गेरुआ वस्त्रों से सजा वाराणसी का बाजार, बाबा के जयकारों से गूंजती काशी में युवाओं की पहली पसंद बने ये…

श्रद्धालु इस महीने में बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन के लिए काशी आते हैं. बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन के इस महीने में कावड़ लेकर आने वाले श्रद्धालु इस बार फैशन वाले परिधान में दिखेंगे. वाराणसी के बाजारों में शिवभक्तों में गेरुआ वस्त्रों वह भगवान शिव के चित्र वाली वस्त्र की काफी डिमांड है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 17, 2022 4:07 PM
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Sawan In Varanasi: सावन में शिव की नगरी में चारों तरफ़ बम-बम बोल रहा है काशी की ही गूंज ही सुनाई देती हैं. हो भी क्यों न आखिर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु इस महीने में बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन के लिए लाखों की संख्या में काशी आते हैं. बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन के इस महीने में कावड़ लेकर आने वाले श्रद्धालु इस बार फैशन वाले परिधान में दिखेंगे. वाराणसी के बाजारों में शिवभक्तों में गेरुआ वस्त्रों वह भगवान शिव के चित्र वाली वस्त्र की काफी डिमांड है.

भक्तों का खास लगाव

पूजा के लिए दुकानों में भी गेरुआ वस्त्र बिकने लगे हैं. कई लोगों ने इस रंग का कुर्ता सिलवाया है तो क़ई लोग टीशर्ट, शॉर्ट, पजामा, लुंगी और गमछा पहनकर भी पूजा करते नजर आ रहे. महिलाओं के लिए गेरुआ रंग की साड़ी, ब्लाउज और पेटीकोट बाजार में उपलब्ध है. इस रंग के सलवार कुर्ता विद दुपट्टा की भी डिमांड है. गेरुआ वस्त्र के प्रति भक्तों का खास लगाव है.

पटना बाजार में पहुंच गया

ऐसी मान्यता है कि बाबा धाम गेरुआ वस्त्र पहन कर ही जाया जाता है. गेरुआ वस्त्र का अपना महत्व होता है. लिहाजा सावन के लिए गेरुआ वस्त्रों की भी खरीदारी शुरू हो चुकी है. दुकानदारों का कहना है कि हालांकि इस बार महंगाई बढ़ने के कारण कपड़ों की कीमत में इजाफा हुआ है. बाजार में कांवरियों के लिए शिव और त्रिशूल बने टी शर्ट और सिर पर बांधने के लिए भगवान शंकर की छपी फोटो वाला पटना बाजार में पहुंच गया. इसे युवा शिव भक्त काफी पसंद कर रहे हैं. वहीं महिलाओं के लिए कॉटन और सिंथेटिक साड़ी, स्ट्रेट पैंट, पटियाला, कुर्ती केसरिया और हरे रंगों में उपलब्ध है.

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व्यवसाय भी बढ़ रहा

सावन के महीने में गेरुवा वस्त्र के विक्रेता ने बताया कि सावन महीने में शिवभक्तों के बिच गेरुवा वस्त्र की डिमांड बढ़ जाती है और इस बार शिवभक्त भगवान् शिव के चित्र वाले टी-शर्ट, बैग, पर्स, गेरुवा लोवर, टोपी की काफी डिमांड है. इस तरह से गेरुवा वस्त्रो की बिक्री हो रही है उसे देखकर लगता है कि इस बार श्रद्धालुओं की काफ़ी भीड़ होने वाली है. संजय केसरी ने बताया कि भक्तों के लिए बने परिधानों को बेचने में दुकानदार भी काफ़ी खुश नजर आ रहे है उनका कहना है कि जिस तरह देश आउट प्रदेश की सरकार ने कावरीयों को सुविधा दे रही है उसी प्रकार हमारा व्यवसाय भी बढ़ रहा है.

कांवरिया फैशन वाले ड्रेस पहली पसंद

वाराणसी का मार्केट इन दिनों भगवा रंग में रंग गया है. काशी में श्रावण मास की तैयारियों को लेकर कांवरियां खरीदारी करने में जुटे हैं. इस बार बाज़ार में कांवरियां भी फैशन के रंग में रंगे नज़र आएंगे. दरअसल, वाराणसी में श्रावण मास में लाखों की संख्या में शिव भक्त बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए आते हैं. श्रावण की तैयारियों को लेकर इस बार कांवरिया फैशन वाले ड्रेस काफ़ी पसंद कर रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि सबसे ज्यादा इस बार भगवान शिव की तस्वीर वाले टीशर्ट के साथ भगवा रंग में अपना टाइम आएगा लिखे टी-शर्ट को लोग काफी पसंद कर रहे हैं.

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स्लोगन लिखे वस्त्र खूब बिक रहे

गेरुआ वस्त्र की खरीदारी करने आये ग्राहक राज बताते हैं कि कई श्रद्धालु सावन के महीने में दान-पुण्य का भी काम करते हैं. वह दान-पुण्य में साड़ी, धोती, गमछा और कुर्ते के कपड़े की खरीदारी करते हैं. ध्यान देनेवाली बात यह है कि धोती गेरुआ रंग की बिकती है. इसे बोलचाल में बोलबम कलर पुकारा जाता है. ऊं नम: शिवाय लिखे गमछे की विशेष डिमांड होती है. सावन के गीतों की भी डिमांड होती हैं. ऐसे स्लोगन लिखे वस्त्र खूब बिक रहे हैं.

रिपोर्ट : विपिन कुमार सिंह

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