वरुण गांधी ने उठाया निजीकरण का मुद्दा, बोले- नौकरी के साथ समाप्त हो रही लाखों परिवार की उम्मीदें
पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने बेरोजगारी और निजीकरण के मुद्दे पर सरकार का घेराव किया है.
UP Election 2022: यूपी में 18वीं विधानसभा के लिए मतदान का सिलसिला लगातार जारी है. सात चरण में होने वाले चुनाव के लिए चौेथे चरण के लिए मतदान 23 फरवरी यानी कल होना है. इस बीच अपने बेबाक बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने बेरोजगारी और निजीकरण के मुद्दे पर सरकार का घेराव किया है.
केवल बैंक और रेलवे का निजीकरण ही 5 लाख कर्मचारियों को ‘जबरन सेवानिवृत्त’ यानि बेरोजगार कर देगा।
समाप्त होती हर नौकरी के साथ ही समाप्त हो जाती है लाखों परिवारों की उम्मीदें।
सामाजिक स्तर पर आर्थिक असमानता पैदा कर एक ‘लोक कल्याणकारी सरकार’ पूंजीवाद को बढ़ावा कभी नहीं दे सकती।— Varun Gandhi (@varungandhi80) February 22, 2022
बीजेपी नेता वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा, केवल बैंक और रेलवे का निजीकरण ही 5 लाख कर्मचारियों को ‘जबरन सेवानिवृत्त’ यानि बेरोजगार कर देगा. समाप्त होती हर नौकरी के साथ ही समाप्त हो जाती है लाखों परिवारों की उम्मीदें. सामाजिक स्तर पर आर्थिक असमानता पैदा कर एक ‘लोक कल्याणकारी सरकार’ पूंजीवाद को बढ़ावा कभी नहीं दे सकती.
किसानों के मुद्दे पर भी कर चुके हैं सरकार का घेराववरुण गांधी ने इससे पहले देश में हर दिन होनी वाली आत्महत्या के आंकड़े शेयर करते हुए केंद्र की मोदी सरकार का घेराव किया था. उन्होंने देश में कर्ज तले दबे रोज लगभग 14 लोगों की आत्महत्या के मामले में बीजेपी का घेराव किया है. साथ ही 46 हजार करोड़ के भगोड़ों का भी जिक्र किया है.
पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने 18 फरवरी को ट्वीट कर लिखा, बैंकों से हजारों करोड़ रुपए की धोखाधड़ी कर के विदेश भागने वाले हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi), ऋषि अग्रवाल (rishi agarwal) और शराब कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya) जैसे डिफाल्टरों के नाम के साथ उनके द्वारा देश से ले जाने वाली रकम भी साझा की है.