GST on Dairy Products: कोरोना महामारी (corona pandemic) के बाद जैसे-तैसे आम जनता को संभलने का मौके मिला तो अब रोजमर्रा की चीजों पर दाम बढ़ाकर सरकार ने एक बार फिर जनता को महंगाई के गर्त में झोंक दिया है. रोजमर्रा की वस्तुएं जैसे दही, लस्सी, चावल, पनीर और अन्य की कीमतें सोमवार यानी आज से बढ़ने जा रही हैं. सेंट्रल गवर्नमेंट ने इन वस्तुओं पर GST की दरों में बढ़ोतरी कर दी है. ऐसे में पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने बीजेपी सरकार का घेराव किया है.
वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा, आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर GST लागू है. रिकार्डतोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यमवर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा.जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं.
सरकार (Government) के इस फैसले से अस्पताल में इलाज कराना भी महंगा हो जाएगा. इस तरह 5,000 रुपये से अधिक किराये वाले अस्पताल के कमरों पर भी जीएसटी देना होगा. इसके अलावा 1,000 रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले होटल कमरों पर 12 प्रतिशत की दर से कर लगाने की बात कही गयी है. अभी इसपर कोई कर नहीं लगता है. इतना ही नहीं, पैकिंग और लेबल वाले चावल, गेहूं, आटा आदि पर भी अब जीएसटी (GST) लगेगा, जिसकी वजह से इन रोजमर्रा की जरूरी चीजों के दाम बढ़ जाएंगे.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद ने पिछले दिनों अपनी बैठक में डिब्बा या पैकेटबंद और लेबल युक्त (फ्रोजन को छोड़कर) मछली, दही, पनीर, लस्सी, शहद, सूखा मखाना, सूखा सोयाबीन, मटर जैसे उत्पाद, गेहूं और अन्य अनाज तथा मुरमुरे पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया था. कर दर में बदलाव आज से प्रभाव में आएंगे.
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दही, लस्सी, छाछ (5% जीएसटी)
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पनीर (5% जीएसटी)
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सभी प्रकार का गुड़ (5% जीएसटी)
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खांडसारी चीनी (5% जीएसटी)
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शहद (5% जीएसटी)
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चावल, राई, जौ, जई (5% जीएसटी)
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आटा (5% जीएसटी)
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नारियल पानी (12% जीएसटी)
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चावल का आटा (5% जीएसटी)