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Anamika Shukla case: 25 स्कूलों में नौकरी की बात झूठी, अब मिली असली अनामिका को टीचर की जॉब

अनामिका शुक्ला को गोंडा के तरबगंज तहसील स्थित भैया चंद्रभान दत्त स्मारक विद्यालय में सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्त किया गया है.

By SurajKumar Thakur | June 13, 2020 1:20 PM

लखनऊ: यूपी में फर्जी शिक्षक नियुक्ति मामले में फर्जीवाड़े का शिकार हुई अनामिका शुक्ला को रोजगार मिल गया. उन्हें गोंडा जिले में ही एक स्कूल में सहायक शिक्षक के पद पर नौकरी मिली है. इससे पहले उनके मार्कशीट का इस्तेमाल करके दर्जन भर महिलाओं ने फर्जी तरीके से नौकरियां हासिल कर ली थी.

सहायक अध्यापिका के पद पर नियुक्त हुईं अनामिका

अनामिका शुक्ला को गोंडा के तरबगंज तहसील स्थित भैया चंद्रभान दत्त स्मारक विद्यालय में सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्त किया गया है. स्कूल के प्रबंधक ने अनामिका शुक्ला से कहा है कि वो अपने तमाम मूल प्रमाण पत्रों के साथ स्कूल ज्वॉइन करें. उनको स्कूल के प्राइमरी सेक्शन में नियुक्त किया गया है.

अनामिका शुक्ला के साथ नाइंसाफी हुई- स्कूल प्रबंधक

स्कूल के प्रबंधक दिग्विजय पांडेय ने कहा कि अनामिका शुक्ला के साथ नाइंसाफी हुई है. वो शिक्षक बनने के योग्य हैं. इसलिये हमने उनकी प्रतिभा को सम्मान देने का फैसला किया. वहीं अनामिका शुक्ला ने स्कूल को धन्यवाद देते हुये कहा कि उन्हें इस मुश्किल वक्त में इस नौकरी की सख्त जरूरत थी.

यूपी में सामने आया था शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा

गौरतलब है कि बीते दिनों यूपी में शिक्षक नियुक्ति में व्यापक फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था. पहले ये बात सामने आई थी कि अनामिका शुक्ला नाम की महिला 25 स्कूलों में एक साथ नौकरी कर रही है. ये भी बात सामने आई थी कि बीते 13 महीने में महिला ने 1 करोड़ रुपये की सैलरी भी ली थी.

इन 8 जिलों में हुई थी शिक्षकों की फर्जी नियुक्तियां

हालांकि जांच के बाद पता चला कि 25 स्कूलों की बात गलत है. बल्कि 8 स्कूलों में ऐसा किया गया था. जांच में ये तथ्य सामने आया कि अनामिका शुक्ला के दस्तावेजों का इस्तेमाल करके वाराणसी, अलीगढ़, कासंगज, अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, सहारनपुर औऱ अंबेडकर नगर में नौकरी हासिल की गयी. हालांकि केवल 6 लोगों ने ही ज्वॉइन किया.

असली अनामिका ने साल 2017 में किया था आवेदन

अनामिका शुक्ला फर्जी शिक्षिका प्रकरण के सामने आने के बाद असली अनामिका शुक्ला गोंडा के बेसिक शिक्षा पदाधिकारी के सामने आईं. उन्होंने बताया कि साल 2017 में उन्होंने विज्ञान शिक्षिका के पद के लिये सुल्तानपुर, जौनपुर, बस्ती, मिर्जापुर और लखनऊ जिले के कस्तूरबा विद्यालयों में आवेदन किया था.

पारिवारिक कारणों से तब नहीं की थी नौकरी

हालांकि पारिवारिक कारणों से उन्होंने कहीं नौकरी नहीं कि. बाद में उनके मार्कशीट में फोटो और पता बदलकर कई महिलाओं ने नौकरी हासिल कर ली थी. मामले का खुलासा होने के बाद अलग-अलग जिलों में शिक्षिकाओं के इस्तीफे का दौर शुरू हो गया.

Posted By- Suraj Kumar Thakur

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