बीजेपी जिलाध्यक्ष ने पुलिसकर्मी को दी वर्दी उतरवाने की धमकी, गाड़ी चेक करने पर हुआ विवाद, वीडियो वायरल

Mathura News: बीजेपी जिलाध्यक्ष की गाड़ी जब पुलिसकर्मियों ने चेकिंग के दौरान रोक ली, तो उन्हें ये बात नागवार गुजरी, और उन्होंने पुलिस को जमकर खरी खोटी सुनाई साथ ही वर्दी उतरवाने तक की धमकी दे डाली.

By Prabhat Khabar News Desk | January 26, 2022 7:46 AM
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UP Election Mathura News: चुनाव आयोग के निर्देश पर चल रहे चेकिंग अभियान में बीजेपी जिलाध्यक्ष की गाड़ी रोकना पुलिस को मंहगा पड़ गया. जिलाध्यक्ष ने न सिर्फ पुलिस को जमकर खरी खोटी सुनाई बल्कि वर्दी उतरवाने तक की धमकी दे डाली. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

बीजेपी जिलाध्यक्ष ने पुलिसकर्मियों को दी धमकी

मंगलवार को मथुरा में एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ. इस वीडियो में एक महिला कुछ पुलिस कर्मियों को हड़काते नजर आ रही है.1 मिनट 3 सेकंड के वीडियो में कुछ पुलिस कर्मी एक गाड़ी को चेक कर रहे हैं. वहीं पीछे खड़ी स्कॉर्पियो में से एक महिला निकलती है और वे कहती है कि ‘चुप हो जा, जिलाध्यक्ष मधु शर्मा कह रही हूं. अगर तुमने बोला तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा, तेरी वर्दी उतरवा दूंगी. अभी बस शांत रह जब तक चुप रहती हूं तब तक चुप रहती हूं’. इस दौरान उऩके पति देवाशीष द्विवेदी भी नजर आ रहे हैं.

डिग्गी खोलने को लेकर हुआ विवाद

वायरल वीडियो वृंदावन के सौ शैया तिराहे का बताया जा रहा है. यहां चुनाव के मद्देनजर स्टेटिक मजिस्ट्रेट डॉ. दीपेंद्र सिंह पुलिस कर्मियों के साथ वाहनों की चेकिंग कर रहे थे. इसी दौरान जिलाध्यक्ष भाजपा, मथुरा वहां से अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी से निकलीं. बताया गया कि इसी दौरान चेकिंग कर रही टीम ने उनकी गाड़ी को रोका और चेक किया. चेकिंग के दौरान जब टीम ने डिग्गी खोलने को कहा उसी दौरान कुछ हॉट टॉक हुई.

स्टेटिक मजिस्ट्रेट डॉ दीपेंद्र सिंह से ने कही ये बात

चेकिंग के दौरान हुई इस झड़प के बारे में जब स्टेटिक मजिस्ट्रेट डॉ दीपेंद्र सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि चेकिंग के लिए टीम ने गाड़ी रोकी थी. इसी से वो भड़क गयीं और पुलिस कर्मियों को वर्दी उतरवाने की धमकी देने लगी. डॉ दीपेंद्र ने बताया कि जब उन्होंने जिलाध्यक्ष से कहा कि वो तो ड्यूटी कर रहे हैं. इस पर वो उल्टा सीधा बोलने लगीं. हालांकि जिलाध्यक्ष से इस बारे में जानकारी लेने के लिए संपर्क किया तो उनका फ़ोन नहीं उठा.

रिपोर्ट- राघवेंद्र सिंह गहलोत

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