Bareilly News: प्रधान ने किसान के सीने से सटाया तमंचा, बिना गोली चलाए दहशत से निकले प्राण, FIR दर्ज
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र के पिपरिया उपराला गांव में प्रधान पर एक किसान की तमंचे की दहशत में मौत होने का आरोप है. मृतक के परिजनों का कहना है कि काफी समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. जिसके चलते आरोपी प्रधान ने पीड़ित के साथ मारपीट कर सीने पर तमंचा रख दिया.
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र के पिपरिया उपराला गांव में प्रधान पर एक किसान की तमंचे की दहशत में मौत होने का आरोप है. मृतक के परिजनों का कहना है कि काफी समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. जिसके चलते आरोपी प्रधान ने पीड़ित के साथ मारपीट कर सीने पर तमंचा रख दिया. तमंचे की दहशत में पीड़ित की हार्ट अटैक से जान चली गई.
प्रधान समेत पांच लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
इससे खफा मृतक के परिजनों ने शव रखकर प्रदर्शन किया. यह मामला न्यायालय में भी चल रहा है. पुलिस ने आरोपी प्रधान समेत 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. दरअसल सिरौली थाना क्षेत्र के पिपरिया उपराला गांव निवासी गुलाम नबी का गांव के मोड़ पर तीन बीघा का खेत है. मृतक के परिजनों ने बताया दो वर्ष से खेत को लेकर विवाद चल रहा है. यह मामला न्यायालय में भी विचाराधीन है. मगर, पड़ोस के रुखाड़ा गांव के प्रधान राघवेंद्र सिंह पर कुछ दबंगों के साथ खेत पर आने का आरोप लगाया. उसने खेत को खाली करने के लिए गुलाम नबी के साथ मारपीट की, और सीने पर तमंचा रख दिया.
लोगों ने सड़क पर शव रखकर लगाया जाम
गुलाम नबी की को हार्ट अटैक पड़ गया. उसकी मौत हो गई. घटना से खफा लोगों ने सड़क पर शव रखकर जाम लगाया. पुलिस ने काफी मुश्किल से शव हटवाकर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. मृतक के बेटे आजाद शाह की ओर से रुखाड़ा के प्रधान राघवेंद्र सिंह, जगतपाल सिंह, लीलाधर बुद्धि समेत 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
परिजनों का कहना है कि प्रधान ने 3 बीघा जमीन का धोखे से एग्रीमेंट के बजाए बैनामा करा लिया था. एक करोड़ की जमीन बताई जा रही है. इसी को लेकर काफी समय से मुकदमा चल रहा था. आरोपियों ने जमीन का दाखिल खारिज कराया. इसके बाद गुलाम नबी ने आपत्ति लगा दी. इसी से आरोपी नाराज हो गए. पीड़ित गांव के पास ही टायर पंचर की दुकान चलाता था. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
रिपोर्ट-मुहम्मद साजिद, बरेली