विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को मिली सर कलम करने की धमकी, वाराणसी के घर में भेजी धमकी भरी चिट्ठी
अरुण पाठक ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर बताया कि उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिली है. उन्होंने कहा, 'मैं इन जिहादियों को बताना चाहता हूं कि मैं बाला साहेब ठाकरे का शिष्य हूं. इन सब धमकियों से नहीं डरने वाला. मेरे रहते इनका सपना साकार नहीं होगा.'
Varanasi News: विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को उनके परिवार समेत जान से मारने की धमकी मिली है. एक चिट्ठी अरुण पाठक के वाराणसी के घर के पते पर जारी कर कहा गया है, ‘अरुण पाठक तू लगातार इस्लाम के खिलाफ बोलते आया है. तूने हमारे रसूल के खिलाफ गुस्ताखी की है. इसलिए तुझे और तेरे परिवार को इसकी सजा मिलेगी. इंशाल्लाह तेरी गर्दन तक भी मेरा खंजर जरूर पहुंचेगा. गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही सजा सर तन से जुदा.’
अरुण पाठक ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर बताया कि उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिली है. उन्होंने कहा, ‘मैं इन जिहादियों को बताना चाहता हूं कि मैं बाला साहेब ठाकरे का शिष्य हूं. इन सब धमकियों से नहीं डरने वाला. मेरे रहते इनका सपना साकार नहीं होगा. जब तक मेरे शरीर में लहू का एक भी कतरा रहेगा, तुम जैसे लोगों का गजवा हिंद का सपना नहीं पूरा हो पाएगा.’ उन्होंने कहा, ‘मेरे परिवार और बच्चे भी इन जैसे जिहादियों के धमकियों से नहीं डरता है. हम नहीं डरेंगे. हम सनातन धर्म के लिए जो कार्य कर रहे हैं वे निरंतर करते रहेंगे.’
अरुण पाठक ने बताया कि जो धमकी भरी चिट्ठी आयी है उसमें लिखा है, ‘तुझे भी तेरे दोस्त कमलेश तिवारी और कन्हैया लाल के पास जल्द ही पहुंचा देंगे.’ चिट्ठी के नीचे लिखा है ‘हम हैं नबी के नेक बंदे दारुल इस्लाम.’ अरुण पाठक पिछले तीन दशक से श्रृंगार गौरी मंदिर में नियमित दर्शन पूजन को लेकर संघर्षरत है. इस्लाम विरोधी और हिंदुत्व समर्थन को लेकर अरुण पाठक लगातार कोई न कोई आयोजन करते आ रहे हैं.
रिपोर्ट : विपिन सिंह