मथुरा : अयोध्या विवादित ढांचा विध्वंस मामले में करीब ढाई दशक से सीबीआई अदालत में चल रहे मुकदमे में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, विनय कटियार, महंत नृत्यगोपाल दास व डॉ रामविलास वेदांती आदि के साथ-साथ मथुरा से भी दो आरोपियों साध्वी ॠतम्भरा एवं श्रीकृष्ण जन्मस्थान के सुरक्षा व मीडिया प्रभारी विजय बहादुर सिंह को सीबीआई न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव की अदालत में उपस्थित रहने का समन मिला है.
28 साल पुराने मामले में अब फैसले का वक्त आ गया है सीबीआई की विशेष अदालत बुधवार को अपना बहुप्रतीक्षित फैसला सुनाएगी. इन बीते 28 वर्षों में 49 अभियुक्तों में से 17 की मौत हो चुकी है. सबकी नजर विशेष सीबीआई कोर्ट के इस आने वाले फैसले पर लगी हुई है.
मथुरा से भी दो आरोपियों साध्वी ॠतम्भरा एवं श्रीकृष्ण जन्मस्थान के सुरक्षा व मीडिया प्रभारी विजय बहादुर सिंह अयोध्या प्रकरण के 32 आरोपियों में शामिल हैं, जिन्हें बुधवार को उपस्थित रहने का निर्देश मिला है. साध्वी ॠतम्भरा एवं विजय बहादुर सिंह ने कहा कि हम अदालत में उपस्थित रहेंगे व अदालत जो भी फैसला सुनाएगी भगवान राम के नाम पर वह हमें स्वीकार होगा। उन्होंने कहा कि हम तो प्रभु राम के काज से वहां गए थे. इसलिए जो होगा, उनके नाम पर सब स्वीकार है.
छह दिसम्बर, 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचा पूरी तरह ध्वस्त होने के बाद अयोध्या के थाना प्रभारी पीएन शुक्ल ने शाम पांच बजकर 15 मिनट पर लाखों अज्ञात कार सेवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. इन पर बाबरी मस्जिद गिराने , डैकती संबंधी कई गंभीर आरोप ते जो केस नंबर 197 में हैं.
केस नंबर 198 विवादित ढांचे के सम्पूर्ण विध्वंस के लगभग 10 मिनट बाद एक अन्य पुलिस अधिकारी गंगा प्रसाद तिवारी ने आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ उन पर धार्मिक उन्माद भड़काने वाला भाषण देने का आरोप था इनमें अशोक सिंघल, गिरिराज किशोर, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, विष्णु हरि डालमिया, विनय कटियार, उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा नामजद आरोपी बनाए गये.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak