बलिया. बिहार के सीवान जिले से मिली जानकारी के आधार पर कोरोना संदिग्ध युवक को ट्रेस कर जिला अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में मंगलवार को भर्ती कराया गया. उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट 24 घंटे बाद आयेगी. जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि एक युवक सीवान के अपने साथी के साथ 20 मार्च को मस्कट से लखनऊ आया और वहां से बोलेरो से ये लोग साथ में निकले. विश्व स्वास्थ्य संगठन के सीवान जिले के सलाहकार की ओर से 30 मार्च को सूचना मिली कि युवक की जांच हुई है, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. चूंकि, बलिया के एक युवक ने भी साथ में ही यात्रा की है, इसलिए इसके भी संदिग्ध होने की सूचना दी गयी.
हालांकि नाम के अलावा और कोई भी जानकारी नहीं मिल सकी. जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया और तत्काल युवक की खोजबीन में अधिकारी लग गये. 31 मार्च को सुबह युवक का पता लगा तो तत्काल तहसीलदार बेल्थरारोड व प्रभारी निरीक्षक को युवक के घर भेजा गया. तहसीलदार व थानाध्यक्ष ने युवक से पूछताछ की और उसे तत्काल विशेष एम्बुलेंस से जनपद मुख्यालय लाया. युवक को पूरी तरह आइसोलेशन में रखा गया है और जांच के लिए सैंपल भेजा गया
जौनपुर में निगरानी में रखे गये तीन युवक जिला अस्पताल से फरार
जौनपुर में कोरोनावायरस संक्रमण की आशंका से जिला अस्पताल में निगरानी में रखे गए तीन युवक फरार हो गये. बदलापुर थाना क्षेत्र के ढेमा गांव निवासी तीनों दुबई से आये हैं. सीएमएस की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. तीनों के साथ हवाई जहाज से आये वाराणसी निवासी एक युवक के टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के कारण सभी को जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम रविवार को दोपहर में एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले आयी थी. स्थानीय ब्लॉक के ढेमा निवासी तीन युवक 20 मार्च को दुबई से घर आये. साथी यात्री वाराणसी के छतरीपुर निवासी का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के कारण रविवार की शाम को चिकित्साधिकारी डॉ स्वतंत्र कुमार, डॉ रमेश कुमार व बदलापुर की पुलिस के साथ जौनपुर से टीम उनके घर पहुंची. तीनों को जिला अस्पताल में भर्ती कर नमूना जांच के लिए भेजा गया है.
सुबह तीनों ड्यूटी में लगे कर्मियों की मदद से फरार हो गये. दोपहर को राउंड पर गए सीएमएस को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने जिला प्रशासन को घटना से अवगत कराते हुए कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया. सर्विलांस की मदद से आरोपितों को पकड़कर शाम को पुलिस जिला अस्पताल ले आईं. सीएमएस डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि मामले में लापरवाही बरतने पर ड्यूटी पर तैनात दो चिकित्सकों, एक स्टॉफ नर्स व एक स्वास्थ्य कर्मी का वेतन रोकने के साथ ही स्पस्टीकरण मांगा गया है.