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3 घंटे की बारिश से शहर में हुआ जलभराव, महादेव मंदिर में भरा गंदा पानी, कब्रिस्तान से बाहर तैरने लगे शव

कहीं किसी की गाड़ी फस गई तो कहीं किसी को गंदे पानी से पैदल ही गुजरना पड़ा. आलम यह था कि घनी बस्तियों में जलभराव के चलते गंदा पानी लोगों के घरों में घुसने लगा. वहीं आगरा के एक श्मशान घाट पर जलभराव के चलते पर शव कब्र से बाहर निकलकर तैरने लगे. दूसरी तरफ एक प्राचीन महादेव मंदिर में भी गंदा पानी घुस गया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 10, 2022 5:52 PM

Agra News: ताजनगरी आगरा में सुबह तड़के से हुई बारिश ने आगरा स्मार्ट सिटी की पोल खोल दी. जगह-जगह हुए जलभराव से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. कहीं किसी की गाड़ी फस गई तो कहीं किसी को गंदे पानी से पैदल ही गुजरना पड़ा. आलम यह था कि घनी बस्तियों में जलभराव के चलते गंदा पानी लोगों के घरों में घुसने लगा. वहीं आगरा के एक श्मशान घाट पर जलभराव के चलते पर शव कब्र से बाहर निकलकर तैरने लगे. दूसरी तरफ एक प्राचीन महादेव मंदिर में भी गंदा पानी घुस गया.

स्मार्ट सिटी के सभी दावों की पोल खोल दी

ताजनगरी में कई दिनों से उमस वाली गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा था. लेकिन रविवार सुबह 6 बजे से ही ताजनगरी में बरसात शुरू हो गई. मूसलाधार बारिश की वजह से जहां एक तरफ लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं दूसरी तरफ यह बारिश लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गई. ताजनगरी में तमाम क्षेत्रों में जलभराव होने के चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. जहां एक तरफ नगर निगम प्रशासन शहर में जलभराव ना होने और आगरा को स्मार्ट सिटी बनाने के दावे कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ करीब 3 घंटे की इस बरसात ने नगर निगम और स्मार्ट सिटी के सभी दावों की पोल खोल दी.

3 घंटे की बारिश से शहर में हुआ जलभराव, महादेव मंदिर में भरा गंदा पानी, कब्रिस्तान से बाहर तैरने लगे शव 2
नजारा देख भड़के लोग

आगरा में हुई मूसलाधार बारिश के चलते रविवार को थाना ताजगंज के गोबर चौकी के पक्की सराय नीति बाग में बकरीद की नमाज के बाद मुस्लिम समाज के लोग अपने पूर्वजों की कब्र पर फातिहा पढ़ने आए थे. जैसे ही उन्होंने वहां का नजारा देखा वह लोग आग बबूला हो गए. दरअसल कब्रिस्तान दीवार के किनारे स्थित नाले में जलभराव हो गया जिसके चलते कब्रिस्तान की दीवार गिर गई और नाले का सारा गंदा पानी कब्रिस्तान में पहुंच गया. आलम यह हो गया कि कब्रिस्तान में जलभराव होने के चलते जमीन में दबी हुई लाशें भी पानी में बहने लगी. यह देख कर फातिहा पढ़ने पहुंचे लोगों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया. लोगों ने तत्काल ही नगर निगम की टीम को फोन किया लेकिन करीब 2 घंटे बाद सीवर कंपनी की टीम मौके पर पहुंची और वह भी कब्रिस्तान में मौजूद पानी को निकालने में असफल साबित हुई.

महापौर नवीन जैन और नगर आयुक्त से जबाब मांगा

दूसरा मामला शाहगंज थाना क्षेत्र का है जहां पर स्थित महादेव के प्राचीन मंदिर पृथ्वीनाथ में बारिश का पानी भर गया. आगरा के प्रमुख महादेव मंदिरों में यह मंदिर भी शामिल है. सावन शुरू होते ही इस मंदिर पर हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है. लेकिन नगर निगम की लापरवाही के चलते रविवार की बरसात से मंदिर में भी बरसात का और गंदा पानी भर गया. जिसके बाद मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय पार्षद राहुल चौधरी ने पोस्टर हाथ में लेकर और मंदिर में भरे हुए पानी में खड़े होकर महापौर नवीन जैन और नगर आयुक्त से जबाब मांगा और अपना विरोध दर्ज किया. ताजनगरी में हुई बरसात से ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं बचा जहां पर जलभराव नहीं हुआ. घनी बस्तियों के साथ-साथ पॉश इलाकों में भी जलभराव देखने को मिला. जिसमें शमशाबाद, देवरी रोड, आवास विकास, लोहामंडी सूर सदन चौराहा, एमजी रोड, भगवान टॉकीज, रिंग रोड, कमला नगर, दयाल बाग, बिजलीघर, ताजगंज आदि क्षेत्र हैं.

रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत

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