Varanasi News: शहर इन दिनों गर्मी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. सूरज निकलते ही धरती पर आग के गोले बरसने लगते हैं. धूप इतनी तेज की पूरा शरीर झुलस जा रहा. ऐसे में गर्म हवा के असहनीय थपेड़ों से परेशान जनमानस 43.8 डिग्री की प्रचण्ड गर्मी को झेलने के लिए विवश हैं. गर्मी की इस तल्खी ने शहर को पसीने से तरबतर कर दिया. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि यह तल्खी जारी रहेगी. आने वाले दिनों में हीट वेव के लिए भी तैयार रहें.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि गर्मी का कहर ऐसे ही जारी रहा तो इस बार सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे. अप्रैल में ही 45 डिग्री तक पारा पहुंचने का अनुमान जताया गया है. मौसम विभाग की वेबसाइट के मुताबिक, पारे में अभी उतार चढ़ाव जारी रहेगा. हालांकि, तीन और चार मई को आंशिक बदली छाने से थोड़ी सी राहत मिलने के आसार रहेंगे.
वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक डॉ. सीएम नौटियाल कहते हैं कि पारे में जितनी तेजी से बढ़ने की प्रवृत्ति नजर आ रही है, उसे देख कर इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि पारा अभी दो-तीन दिन तक बढ़ेगा. पारा 44 डिग्री तक तो रहेगा, लेकिन स्थानीय कारण सक्रिय हुए तो 45 डिग्री तक भी जा सकता है. अप्रैल के पहले सप्ताह में चार अप्रैल को पारा 41 डिग्री दर्ज हुआ था. रिकॉर्ड को देखें तो अप्रैल में 15 तारीख के बाद ही पारा 40 पार गया था. साथ ही प्रदेश में लू की शुरुआत ही इस वर्ष अप्रैल से हो गई थी. वाराणसी शहर में भीषण गर्मी के बीच लोगो के अंदर स्वास्थ्य समस्याएं भी उतपन्न हो रही हैं.
गर्मी के चलते लोग डिहाइड्रेशन समेत स्किन प्रॉब्लम्स और डायरिया समेत कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. ऐसे तमाम मरीजों से प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र समेत कई अन्य अस्पताल से भरे पड़े हैं. चिकित्सकों का कहना है कि ज्यादा गर्मी बढ़ने पर ऐसी दिक्कतें होती हैं. तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ, दस्त लगना, सिर और शरीर में दर्द, हाथ-पैरों में ढीलापन, बेहोशी लगना लू लगने के लक्षण हैं.
ऐसे में बचाव के लिए तेज धूप में निकलने से बचें, निकलना पड़े तो शरीर को पूरी तरह से ढक कर निकलें. हल्के रंग के कॉटन और लिनेन के कपड़े पहनें. हल्का भोजन करें. एसी में बैठने के तुरंत बाद बाहर न निकलें. अधिक नमक, तीखा, तैलीय भोजन करने से बचें. अधिक पानी पिएं, छांछ, नींबू का सेवन फायदेमंद होगा.
रिपोर्ट- विपिन सिंह