इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court unique decision) ने पारिवारिक विवाद के एक मामले में अहम फैसला सुनाया है. कोर्ट ने अपने फैसला में कहा कि पत्नी बेवफा है या नहीं ? इसका फैसला डीएनए टेस्ट से कर सकते हैं. दरअसल उत्तर प्रदेश के हमीरपुर के रहने वाले एक दंपती का तलाक हो चुका था, लेकिन 3 साल बाद पत्नी ने मायके में एक बच्चे को जन्म दिया.
पत्नी ने दावा किया है कि बच्चा उसके पति का है. लेकिन उसका पति इससे इनकार कर रहा है. दोनों के बीच का विवाद कोर्ट पहुंचा. कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि शख्स बच्चे का पिता है या नहीं ? यह तय करने का एक मात्र उपाय यही है कि उसका डीएनए टेस्ट कराया जाए.
कोर्ट ने अपने फैसले में यह भी कहा कि डीएनए टेस्ट से यह भी साबित हो जाएगा कि पत्नी बेवफा है या नहीं? दरअसल पति ने फैमली कोर्ट में डीएनए टेस्ट की मांग को लेकर याचिका दायर की थी. पति की याचिका पर कोर्ट ने ऐसा फैसला सुनाया.
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पति के अनुसार वो 15 जनवरी 2013 से अपनी पत्नी के साथ नहीं रह रहा था. 1 साल के बाद दोनों की तलाक हो गयी. उसके बाद उसका पत्नी के साथ कोई संबंध नहीं था. लेकिन उसकी पत्नी ने जनवरी 2016 में अपने मायके में एक बच्चे को जन्म दिया. पति ने कोर्ट में साफ कहा कि बच्चा उसका नहीं है, जबकि पत्नी का दावा है कि बच्चा उसके पति का ही है.
Posted By – Arbind Kumar Mishra