Agra News: आगरा जिले के खंदौली क्षेत्र में एक महिला से छेड़छाड़ की वारदात को अंजाम दिया गया. आरोप है कि पुलिस ने महिला से मामले की शिकायत की, लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं होने से पीड़िता अवसाद में चली गई और उसने फांसी के फंदे पर लटककर खुदकुशी कर ली. परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि अगर पुलिस सुनवाई कर लेती और मुकदमा दर्ज कर देती तो शायद उनके घर की महिला यह कदम नहीं उठाती.
वहीं इस मामले में परिजनों ने जमकर विरोध किया, और महिला का शव नहीं ले जाने दे रहे. मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस आयुक्त ने खंदौली थाने के एसआई को लापरवाही बरतने के चलते लाइन हाजिर कर दिया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, खंदौली क्षेत्र के एक गांव की 25 वर्षीय महिला बुधवार की शाम को अपने गांव से बाहर बने मंदिर के पास अपने ससुर को कुछ सामान देने जा रही थी. ऐसे में रास्ते में गांव का रहने वाला संदीप जाटव मिल गया और महिला को हाथ पकड़कर खेत में खींचने लगा. महिला ने इसका विरोध किया तो वह महिला को 2000 रुपए का लालच देने लगा. महिला ने शोर मचा दिया, जिससे ग्रामीण पहुंच गए लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गया.
घटना के बाद गुरुवार को दोपहर 12 बजे महिला अपने ससुर के साथ थाना खंदौली में पहुंची और थाने में मौजूद एसआई अर्जुन सिंह को पूरी घटना को लेकर शिकायत की. वहीं पीड़िता के ससुर का आरोप है कि एसआई अर्जुन सिंह ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की और मामले को टालते रहे. पुलिस द्वारा सुनवाई न करने के बाद महिला और उसके ससुर घर चले गए और फिर से गांव के कुछ लोगों को लेकर थाने पहुंचे. थाने में फिर से अर्जुन सिंह ने तहरीर ले ली लेकिन जांच करने के लिए गांव में किसी को नहीं भेजा.
इस बात से महिला काफी तनाव में आ गई और देर रात को उसने अपने कमरे में फांसी के फंदे पर लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. शुक्रवार सुबह जब काफी देर तक महिला अपने कमरे से नहीं निकली तो ससुर ने कमरे में जाकर देखा तो पता चला कि पीड़िता फांसी के फंदे से लटकी हुई थी और उसकी मौत हो चुकी थी. ससुर ने गांव के आसपास के लोगों की मदद से महिला के शव को नीचे उतारा.
महिला की मौत के बाद उसके परिजन आरोप लगा रहे हैं कि अगर पुलिस उनकी सुनवाई कर लेती या मामले की जांच कर लेती तो शायद आज उनकी बहू जिंदा होती. वहीं उनका यह भी कहना है कि आरोपी पक्ष घटना के बाद से ही उनके ऊपर समझौते के लिए अनावश्यक दबाव बना रहा है. वहीं परिजन जिद पर अड़े हैं कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक शव को नहीं ले जाने देंगे.
पूरी घटना की जानकारी मिलने पर आगरा के पुलिस आयुक्त डॉ प्रीतिंदर सिंह ने एसआई अर्जुन सिंह को लापरवाही बरतने के कारण लाइन हाजिर कर दिया है. वहीं सहायक पुलिस आयुक्त इस पूरे मामले की जांच पड़ताल करने में जुटे हुए हैं और भी जिन लोगों की लापरवाही सामने आएगी उन पर कार्रवाई की जा सकती है.