प्रयागराज: पंजीकृत श्रमिकों के बेटे-बेटियों की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति का प्रावधान है. वहीं अब श्रमिकों की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट पास बेटियों को साइकिल का तोहफा भी मिलेगा. इससे वह आसानी से स्कूल और कॉलेज जा सकेंगी. इसके लिए श्रम विभाग ने आवेदन मांगे हैं, जो ऑफलाइन लिए जायेंगे. हालांकि, आवेदन जमा करने के लिए अंतिम तिथि का निर्धारण नहीं किया गया है.
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के तहत श्रमिकों के बेटे-बेटियों की पढ़ाई के लिए हर महीने छात्रवृत्ति (वजीफा) दी जाती है. यह लाभ पहली कक्षा की पढ़ाई से लेकर रिसर्च करने तक उन्हें मिलता है. पहली कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को हर महीने डेढ़ सौ, स्नातकोत्तर करने वाले विद्यार्थियों को दो हजार, मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को आठ हजार और रिसर्च स्कॉलर को हर महीने 12 हजार रुपये छात्रवृत्ति देने का प्रावधान है.
शर्त यह है कि 50 फीसदी उपस्थिति होनी चाहिए. स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को 25 वर्ष और मेडिकल एवं इंजीनियरिंग करने वाले छात्र-छात्राओं को वजीफा 35 वर्ष तक ही मिलेगा. इस योजना के तहत इस वर्ष से हाईस्कूल और इंटर पास बेटियों को 35 सौ रुपये की साइकिल देने का भी प्रावधान किया गया है. छात्रवृत्ति छह-छह महीने पर एकमुश्त मिलती है.
श्रम विभाग ने जो आॅफलाइन आवेदन मांगे हैं, उसमें पिछली कक्षा में उत्तीर्ण और अगली कक्षा में प्रवेश का प्रमाण पत्र लगाना होगा. सरकारी स्कूल में पढ़ाई करने पर प्रधानाचार्य और प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई करने पर बीएसए अथवा डीआइओएस से सत्यापित कराकर जमा करना होगा.
सहायक श्रम आयुक्त गौतम गिरि कहते हैं कि आवेदन के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गयी है. योजना का लाभ सभी पात्र आवेदकों को मिलेगा.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya