World Bicycle Day 2022: कहते हैं तंदरुस्ती हजार नियामत है. बड़े-बजुर्गों की इसी बात को मानते हुये हम स्वयं को तंदरुस्त बनाये रखने के लिये कई जतन भी करते हैं. इसमें लोग अपनी-अपनी सहूलियत के हिसाब से योग, व्यायाम, स्वीमिंग, एरोबिक्स और साइकिल चलाने को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं.
साइकिल चलाने का जुनून लोगों में चढ़ा हुआ है. शरीर को स्वस्थ रखने के लिये लोग ग्रुप में साइकिल चलाते हैं तो वहीं कई ऐसे भी हैं जो स्वस्थ शरीर और पर्यावरण सुरक्षित करने का संदेश देने के लिये कई सौ किलोमीटर तक अकेले ही साइकिलिंग करते हैं. ऐसे ही एक जुनूनी व्यक्ति हैं मेरठ निवासी डॉ. अनिल नौसरान.
Also Read: World Bicycle Day 2022, Benefits of Cycling: आज है विश्व साइकिल दिवस, जानें साइकिलिंग के बेमिसाल फायदेमेरठ शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अनिल नौसरान देश-प्रदेश में साइकिल यात्रा से स्वस्थ रहने का संदेश देते हैं. World Bicycle Day 2022 की पूर्व संध्या पर भी डॉ. अनिल ने साइकिल यात्रा की शुरुआत की. सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर आईएमए हॉल मेरठ से डॉ. अनिल नौसरान को रवाना किया. विश्व साइकिल दिवस के मौके पर वह सहारनपुर में होंगे.
डॉ. अनिल नौसरान ने यात्रा शुरू करने से पहले संदेश दिया कि जीवन एक बार मिलता है, बार-बार नहीं. सबसे बड़ी माया निरोगी काया. इसलिये जिस प्रकार हम दिन भर में नियमित रूप से नाश्ता, दोपहर का खाना, रात का खाना खाते हैं, उसी प्रकार अपने जीवन में कोई न कोई एक व्यायाम अवश्य अपनाएं जैसे कि साइकिलिंग, रनिंग, वाकिंग आदि.
उन्होंने कहा कि सभी बच्चे सुबह सूर्योदय से पहले उठें और रात को जल्दी सोएं. मौसमी फल व सब्जियों का सेवन करें और पैकेट में बंद खाद्य पदार्थों, जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक, आदि खाद्य पदार्थों से दूर रहें. इससे उनका मन मस्तिष्क स्वस्थ रहेगा. शारीरिक विकास होगा. वह एक स्वस्थ्य नागरिक बनकर राष्ट्र की सेवा कर सकेंगे.
डॉ. अनिल नौसरान ने कहा कि अगर निरोगी रहना है तो तामसिक भोजन और पान, बीड़ी, सिगरेट, गुटका, शराब आदि के सेवन से दूर रहना होगा. उन्होंने बताया की आजकल डॉक्टरों की क्लीनिक में पहुंचने वाले 90% मरीजों की मुख्य समस्याएं नींद न आना ,भूख न लगना और बेचैनी है. इसके अलावा तीन मुख्य बीमारियां हैं डिप्रेशन, हाइपरटेंशन और डायबिटीज. इन सभी से मुक्ति तभी मिलेगी जब आपका इम्यून सिस्टम सुदृढ़ होगा. इसलिये साइकिल चलाओ, वजन घटाओ, इम्यूनिटी बढ़ाओ, बीमारियों से निजात पाओ.
साइकिल चलाकर स्वस्थ्य रहने का संदेश देने वाले एक ऐसे ही जुनूनी व्यक्ति हैं लखनऊ के अशोक कुमार. पेशे से नर्सिंग सेवा में है. रोगियों की सेवा करते हैं. साथ ही साइकिलिंग करने सेहतमंद रहने का संदेश भी देते हैं. वह साइकिलिंग तो करते ही हैं, साथ में रनिंग और वॉकिंग को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं.
अशोक कुमार ने प्रभात खबर से विशेष बातचीत में कहा कि साइकिल चलाने से न केवल आप फिट रहते हैं, बल्कि वजन भी बहुत तेजी से घटता है. साइकिल चलाने से शरीर का वजन नियंत्रित रहता है. वह कहते हैं कि वेटलॉस के लिये लंबी दूरी (Long Rides) ज्यादा बेहतर रहती है. इससे चर्बी तेजी से बर्न होती है.
उन्होंने बताया कि योग और एक्सरसाइज की तरह की साइकिलिंग करना भी एक शारीरिक व्यायाम है. इससे दिल और फेफड़े दोनों स्वस्थ रहते हैं. सुबह के समय साइकिल चलाने से शरीर में दिनभर ऊर्जा बनी रहती है, रात को नींद भी अच्छी आती है. इसलिये कम से 30 से 45 मिनट रोज साइकिल जरूर चलाना चाहिये.
साइकिल के प्रति दीवानगी बच्चों और बड़ों सभी में होती है. लेकिन साइकिलिंग को बढ़ावा देने के विशेष प्रयास कुछ लोग ही करते हैं. यूपी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई जिलों में विशेष साइकिल ट्रैक बनवाये थे. जिससे बच्चे, छात्र-छात्रायें और आम जनता सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच सके. इसके लिये विस्तृत प्रचार-प्रसार भी किया गया. लखनऊ जनेश्वर मिश्र पार्क में साइकिल उपलब्ध करायी गई. जिससे वहां आने वाले पार्क भी घूमें और साइकिल भी चलायें, लेकिन सपा सरकार जाने के बाद ये साइकिल ट्रैक या तो अवैध कब्जे के शिकार हो गये, या फिर पूरी तरह खत्म हो गये. यहां तक कि साइकिल ट्रैक के बोर्ड भी हटा दिये गये.
हर साल 3 जून को दुनियाभर में विश्व साइकिल दिवस (World Bicycle Day) मनाया जाता है. इसकी शुरुआत वर्ष 2018 में हुई थी. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व साइकिल दिवस मनाने का फैसला किया था. सर्वसम्मति से इसके लिये 3 जून का दिन चुना गया था. इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य स्वास्थ्य और पार्यवरण की रक्षा करना है. इस दिन लोगों को साइकिल चलाने के फायदे गिनाने के लिये जागरूक किया जाता है. विश्व भर में विशेष कार्यक्रम होते हैं.
दिल और फेफड़े मजबूत होते हैं
शरीर का वजन नहीं बढ़ता
मांसपेशियां मजबूत होती हैं
त्वचा की रंगत बढ़ती है
रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है
डायबिटीज नहीं होता
हाइपरटेंशन होने की संभावना नहीं होती
कैंसर के जोखिम कम होता है
तनाव कम होता है
गठिया होने की संभावना नहीं होती
पर्यावरण सुरक्षित रहता है
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.