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योगी पर बाढ़ पीड़ितों की उपेक्षा का आरोप, कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर बाढ़ पीडितों की उपेक्षा का आरोप लगाया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर यह स्थिति जारी रही तो कांग्रेस आंदोलन करेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 30, 2020 1:17 PM

बहराइच (उप्र) : उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर बाढ़ पीडितों की उपेक्षा का आरोप लगाया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर यह स्थिति जारी रही तो कांग्रेस आंदोलन करेगी. लल्लू ने बुधवार को जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार पीड़ितों की मदद करने की बजाय सिर्फ हवाई सर्वेक्षण कर रही है. हवाई दौरों से पीड़ित ग्रामीणों का भला नहीं होने वाला. इन्हें आवास व आर्थिक मदद की जरूरत है, जिसके लिए सरकार कोई काम नहीं कर रही.

उन्होंने कहा कि हर साल यहां बाढ़ व कटान से हजारों ग्रामीण प्रभावित होते हैं. सरकारी अमले व मंत्रियों को जमीन पर उतरकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुनना चाहिए और उनका निराकरण कर अपना फर्ज निभाना चाहिए. लल्लू ने कहा कि बाढ पीड़ितों को राशन, आर्थिक मदद व सुरक्षित स्थान पर आवास दिये जाने चाहिए, लेकिन सरकार अपना फर्ज निभाने की बजाय पीड़ितों से खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार ने शीघ्र कोई ठोस कदम न उठाया तो कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेगी.

उल्लेखनीय है कि लल्लू पहले भी सरकार पर ऐसे आरोप लगाते रहे हैं. पिछले दिनों ही उन्होंने कहा था कि बारिश के चलते उत्तर प्रदेश की कई नदियों में जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया. कई तटबंध टूटने के कगार पर हैं. सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं तो हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है. इसके बावजूद सरकार ने अभी तक बाढ़ की रोकथाम के लिये कोई ठोस एक्शन प्लान नहीं बनाया है.

यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्‍लू ने कहा कि 76 बांध अति संवेदनशील हैं. बाढ़ स्थायी संचालन समिति की बैठक में 3000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव सिंचाई विभाग ने रखा, लेकिन योगी सरकार ने मात्र 1300 करोड़ ही स्वीकृत किया. यह सरकार के असंवेदनशील रवैए का परिणाम है कि पिछले तीन सालों में सबसे अधिक बंधे टूटे हैं. चरसरी, एपी बंधा कुशीनगर, बाराबंकी के बंधे टूटे हुए हैं.

posted by ashish jha

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