Yogi Gov 2.0: ये हैं यूपी सरकार के तीन सबसे अमीर मंत्री, जानिए किसके पास है कितनी संपत्ति

Yogi 2.0 Cabinet: योगी आदित्यनाथ की मंत्रिपरिषद में सबसे अमीर मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह हैं. अमेठी की तिलोई सीट से जीतकर आये मयंकेश्वर सिंह की घोषित संपत्ति 58 करोड़ रुपये है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 27, 2022 12:40 PM

Yogi 2.0 Cabinet: उत्तर प्रदेश में दोबारा योगी आदित्यनाथ की सरकार बन गयी है. 25 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रिपरिषद के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व में बीजेपी सरकार का गठन हो गया. सीएम योगी के साथ उनके 53 मंत्रियों ने शुक्रवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पद एवं गोपनियता की शपथ ली. दरअसल, एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्मस (ADR)/उप्र इलेक्शन वाच के अनुसार, जिन 45 मंत्रियों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया गया है, उनमें 39 (87 प्रतिशत) मंत्री करोड़पति हैं. हालांकि, मंत्रियों की औसत संपत्ति 9 करोड़ रुपए है.

योगी सरकार के सबसे अमीर मंत्री

योगी आदित्यनाथ की मंत्रिपरिषद में सबसे अमीर मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह हैं. अमेठी की तिलोई सीट से जीतकर आये मयंकेश्वर सिंह की घोषित संपत्ति 58 करोड़ रुपये है. एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार यूपी के सबसे अमीर मंत्रियों की इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर कानपुर देहात की भोगनीपुर सीट से विधायक राकेश सचान का नाम है. उन्होंने अपनी संपत्ति 37.54 करोड़ रुपये घोषित की है. वहीं तीसरे स्थान पर प्रयागराज की दक्षिण सीट से विधायक नंद गोपाल गुप्ता नंदी हैं, जिन्होंने 37.32 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है. इन तीनों मंत्रियों की संपत्ति मिलाए तो वह 100 करोड़ से ज्यादा है.

Also Read: योगी सरकार युवाओं को जल्‍द देगी सरकारी नौकरी का तोहफा, विभागों से मांगा खाली पदों का ब्योरा

वहीं मंत्रिपरिषद में शामिल 45 सदस्यों में से 18 मंत्री पोस्ट ग्रेजुएट हैं, 9 मंत्री 8 से 12 तक की पढ़ाई वाले हैं, 8 ग्रेजुएट और 2 डॉक्टर हैं. कैबिनेट में कई दागी भी शामिल हैं. ऐसे में मंत्रीमंडल के 22 यानी कि (49 फीसदी) मंत्रियों पर आपराधिक केस दर्ज हैं. इसके अलावा 20 यानि कि (44 फीसदी) पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.जितिन प्रसाद व संजय निषाद के शपथपथ स्पष्ट न होने और जेपीएस राठौर, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, दयाशंकर मिश्र दयालु, जसवंत सैनी दानिश आजाद अंसारी का विवरण उपलब्ध न होने की वजह से उन्हें विश्लेषण में शामिल नहीं किया गया है.

Next Article

Exit mobile version