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UP News: नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद का गठन करेगी योगी सरकार, सीतापुर और हरदोई के 36 गांव होंगे शामिल

प्रदेश सरकार का कहना है कि श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास योजना का उद्देश्य नैमिषारण्य क्षेत्र के विकास के साथ-साथ आध्यात्मिक पर्यटन के लिए आधारभूत सुविधाओं का विकास करना है. विकास परिषद का विस्तार सीतापुर-हरदोई के भीतर स्थित नैमिषारण्य क्षेत्र में होगा.

By Sanjay Singh | November 26, 2022 6:55 AM

Lucknow News: योगी सरकार ने सांस्कृतिक-आध्यात्मिक विरासत को सहेजने की कड़ी में श्री नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद के गठन का निर्णय किया है. कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. इस संबंध में अब जल्द ही औपचारिक अधिसूचना जारी होगी. इस तरह काशी, अयोध्या, मथुरा-वृंदावन और विंध्यवासिनी धाम की तर्ज पर अब सीतापुर के नैमिष धाम के पुनरुद्धार हो सकेगा.

आध्यात्मिक पर्यटन के लिए सुविधाओं में होगा इजाफा

प्रदेश सरकार का कहना है कि श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास योजना का उद्देश्य नैमिषारण्य क्षेत्र के विकास के साथ-साथ आध्यात्मिक पर्यटन के लिए आधारभूत सुविधाओं का विकास करना है. विकास परिषद का विस्तार सीतापुर-हरदोई के भीतर स्थित नैमिषारण्य क्षेत्र में होगा.

नैमिषारण्य के अधीन क्षेत्र में सीतापुर के 36 ग्राम सम्मिलित हैं, जिसका क्षेत्रफल 8511.284 हेक्टेयर है और जिसमें ग्यारह गंतव्य स्थान शामिल हैं. इसमें सात गंतव्य स्थान जिला सीतापुर के अधीन आते हैं. यह कोरोना, नैमिषारण्य, देवगवां, मड़रुवा, जरिगवां, कोलुहा बरेठी और मिश्रिख हैं और शेष चार हरदोई जिला के अधीन आते हैं. जो हर्रैया, नगवा-कोथावां, गिरधरपुर-उमरारी और साखिन-गोपालपुर हैं। पूरा सर्किट 209 मील अथवा 84 कोस का है.

ये 36 गांव किये गये हैं शामिल

अरबापुर, सहसामऊ, ठाकुरनगर, लकड़ियामऊ, भिठौली, नरसिंघौली, मधवापुर, नरायनपुर, परसौली, संजराबाद, धरवासपारा कलां, धवरपारा-खुर्द, मिश्रिख, सरायंबीबी, जसरथपुर, करमसेपुर, लेखनापुर, रूपपुर, उत्तरधौना, खरगपुर, कल्ली, लोकनापुर, करखिला, मरेली, तरसावां, लोहंगपुर, बिजानग्रंट, बिनौरा, भानपुर, अटवा, मनिकापुर, लेखनापुर, लक्ष्मणनगर, नैमिषारण्य बाहर नगर क्षेत्र, भैरमपुर और अजीजपुर.

इस तरह काम करेगा नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद

श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद एक निगमित निकाय होगी, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे, जबकि पर्यटन मंत्री उपाध्यक्ष होंगे. मुख्यमंत्री द्वारा कार्यपालक उपाध्यक्ष की नियुक्ति भी की जाएगी. वहीं प्रमुख सचिव पर्यटन, आवास एवं नगर नियोजन, वित्त, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य, नगर विकास, परिवहन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, लोक निर्माण, मंडलायुक्त आयुक्त, जिला मजिस्ट्रेट, सीतापुर, मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक, उत्तर प्रदेश और कार्यपालक अधिकारी, नैमिषारण्य नगर पालिका सदस्य व सह-संयोजक की भूमिका में होंगे.

सरकार पांच व्यक्ति करेगी नामित

परिषद का एक मुख्य कार्यपालक अधिकारी होगा, जो राज्य सरकार के विशेष सचिव की श्रेणी या वरिष्ठ अधिकारियों में से राज्य सरकार द्वारा नियुक्त किया जाएगा. नैमिषारण्य क्षेत्र की विरासत के संरक्षण के लिए राज्य सरकार के परामर्श से अध्यक्ष द्वारा पांच व्यक्ति नामित किए जाएंगे.

नियोजन व विकास समिति होगी गठित

परिषद के गठन की अधिसूचना जारी होने के बाद एक नियोजन तथा विकास समिति का गठन भी होगा. नियोजन तथा विकास समिति के अध्यक्ष जिला मजिस्ट्रेट, सीतापुर होंगे जबकि मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सदस्य सचिव होंगे. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सीतापुर, मुख्य विकास अधिकारी, हरदोई, अपर पुलिस अधीक्षक, हरदोई, और कार्यपालक अधिकारी, नैमिषारण्य नगर पालिका शामिल होंगे.

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