योगी सरकार का फैसला : केंद्र की तरह UP में भी होगी सभी भर्ती परीक्षाओं के लिए अब एक एजेंसी
लखनऊ : यूपी में अलग अलग नौकरी के लिए अभी अलग अलग परीक्षाएं आयोजित होती हैं, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि यूपी में भी केंद्र सरकार की तरह एक एजेंसी हो जो सभी नौकरियों के लिए एक परीक्षा ले.
लखनऊ: केंद्र सरकार ने हाल ही में सभी भर्ती परीक्षाओं के लिए एकीकृत एजेंसी का गठन किया है. इसी तर्ज पर चलते हुए यूपी की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार भर्ती परीक्षाओं के लिए केंद्रीकृत एजेंसी बनाने जा रही है.
घटेगा विभागों का बोझ
गुरुवार को आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में कहा है कि उन्होंने केंद्र सरकार की भांति भर्ती परीक्षाओं के लिए एक केंद्रीकृत एजेंसी के गठन का फैसला किया है. यही एजेंसी भविष्य में सभी तरह की भर्ती परीक्षाओं और रिजल्ट जारी करने के लिए जिम्मेदार होगी. इस फैसले से तमाम विभागों पर परीक्षा कराने के बोझ कम किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के विभागों और उपक्रमों में भर्ती परीक्षाएं नियमित एवं समयबद्ध ढंग से होनी चाहिए.
नियंत्रण के उपाय मजबूत हो
अनलॉक की स्थिति पर समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण की चेन तोड़ने के ले सर्विलांस, डोर-टू-डोर सर्वे और मेडिकल टेस्टिंग को प्रभावी बनाया जाए. साथ ही उन्होंने राजधानी लखनऊ और कानपुर में कोरोना नियंत्रण के उपायों को मजबूत करने का भी निर्देश दिया है. इस संबंध में शिथिलता बरतने वालों की जवाबदेही तय की जाए. उन्होंने कानपुर नगर और गोरखपुर में कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए.
राजस्व में बढोतरी
मुख्यमंत्री ने अगस्त 2019 के मुकाबले अगस्त, 2020 में प्रदेश सरकार के राजस्व में लगभग 600 करोड़ रुपये की वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया. साथ ही योगी ने कहा कि सरकारी कार्यालयों को समयबद्ध ढंग से ई-ऑफिस प्रणाली से जोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि विभाग में पत्रावलियां सात दिन से अधिक समय तक लम्बित न रहें. अगर किसी की लाइब्रेरी में तीन दिन से अधिक समय तक पत्रावली लंबित रहती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
posted by ashish jha