लॉकडाउन : उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की कवायद, 11 उद्योगों को शुरू करने की मिली हरी झंडी
उत्तर प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन की अवधि में कुछ उद्योगों को शुरू करने की अनुमति दे दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर मंत्रिगण व अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श कर यह फैसला लिया.
लखनऊ : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 3 मई कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन की अवधि में कुछ उद्योगों को शुरू करने की अनुमति दे दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर मंत्रिगण व अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श कर यह फैसला लिया.
मुख्यमंत्री योगी ने जिन उद्योगों को लॉकडाउन में फिर से बहाल करने का फैसला किया है उसमें स्टील, रिफाइनरीज, सीमेंट, रसायन, उर्वरक, वस्त्र (परिधान छोड़कर), फाउंड्रीज, चीनी मिलें आद शमिल हैं. इन सभी उद्योगों को पहले चरण में अधिकतम 50% श्रमिकों के साथ चलने की अनुमति दी जाएगी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए राज्य, राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर स्थितियों का आकलन करते हुए तैयारी किए जाने की जरूरत है.
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण करने के लिए लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने के साथ जिलों में संक्रमण की स्थिति पर इनको तीन जोन में बांटा गया है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के भी 75 जिलों का बंटवारा किया गया है. उत्तर प्रदेश में आगरा, गौतमबुद्ध नगर व राजधानी लखनऊ सहित नौ जिलों को रेड जोन में शामिल किया गया है. साथ ही जिन जिलों में कम पॉजिटिव केस हैं, उनको ऑरेंज जोन में शामिल किया गया है. उत्तर प्रदेश के 31 जिलों को ऑरेंज जोन में रखा गया है. प्रदेश के 36 जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है. इन सभी जिलों की समय-समय पर मॉनिटिरिंग की जायेगी और बढ़ते-घटते केस पर इनको को ऊपर व नीचे के जोन में शामिल किया जायेगा. केंद्र सरकार ने उन जिलों की सूची जारी की है, जिन्हें बड़े पैमाने पर कोरोना के प्रसार के चलते हॉटस्पॉट जिला घोषित किया गया है. सरकार ने एक निश्चित समय सीमा के भीतर कोरोना के मामलों के घटने की सूरत में इन स्थितियों में बदलाव का प्रारूप भी तैयार किया है.