Agra: चीन से लौटा युवक कोरोना संक्रमित, निजी लैब में कराई थी जांच, स्वास्थ विभाग की टीम कर रही जांच
डिप्टी सीएमओ डॉ. नंदन गुप्ता ने BF.7 को लेकर कहा कि अभी कोरोना के वेरिंएट को लेकर कुछ कन्फर्म नहीं हुआ है. अभी केवल कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य विभाग ने युवक के कोरोना वेरिएंट का पता करने के लिए सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया है.
Agra: ताजनगरी आगरा में कोरोना का पहला मामला सामने आया है. यहां चीन से लौटे एक युवक के कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आई है. युवक दो दिन पहले चीन से वापस आया था. उसने यहां एक निजी लैब पर कोरोना की जांच कराई थी. कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम युवक के घर पहुंच कर जांच कर रही है. विभाग ने BF.7 वेरिंएट की पुष्टि नहीं की है. इसे कन्फर्म करने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग कराने को नमूना भेजा गया है.
चीन से लौटने पर निजी लैब में कराई जांच
बताया जा रहा है कि शाहगंज क्षेत्र के रहने वाला 40 वर्ष का युवक चीन गया था. वह वहां से 23 दिसंबर को वापस आगरा आया. यहां उसने निजी लैब पर कोरोना की जांच कराई. रविवार को कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर निजी लैब द्वारा स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई. रैपिड रेस्पोंस टीम को युवक के घर भेजा गया है. युवक के संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जाएगी.
कोविड प्रोटोकॉल का कराया जा रहा पालन
डिप्टी सीएमओ डॉ. नंदन गुप्ता ने बताया कि रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) कोरोना संक्रमित मरीज के घर पहुंच गई है. नमूना लिया जा रहा है. अभी हमारे स्तर पर कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है. निजी लैब ने इसे कन्फर्म किया है. इसलिए हम अपने स्तर पर जांच कर रहे हैं. पूरी सतर्कता बरती जा रही है. कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराया जा रहा है. युवक होम आइसोलेशन में है.
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया नमूना
उन्होंने नए वैरिएंट बीएफ.7 (Omicron BF.7) को लेकर कहा कि अभी कोरोना के वेरिंएट को लेकर कुछ कन्फर्म नहीं हुआ है. अभी केवल कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य विभाग ने युवक के कोरोना वेरिएंट का पता करने के लिए सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया है. जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने के बाद वेरिएंट की पुष्टि हो पाएगी.
सात दिन तक रखी जाएगी नजर
विदेश यात्रा से लौटने वाले यात्रियों की सूची लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सात दिन तक नजर रखी जाएगी. इसके लिए एकीकृत कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को सक्रिय कर दिया गया है. जिले व ब्लॉक स्तर पर पहले से गठित निगरानी समितियों को फिर से प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह सर्विलांस कर कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को दवा का किट पहुंचाएंगे.
कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद होगी जीनोम सीक्वेंसिंग
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना जांच के लिए प्रयोगशालाओं को 24 घंटे के अंदर सक्रिय करने के निर्देश दिए गए हैं. जिले की सभी निजी व सरकारी प्रयोगशालाओं में कोरोना पॉजिटिव मिलने वाले मरीजों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू की लैब में भेजे जाएंगे. रैपिड रेस्पांस टीमों को सक्रिय कर दिया गया है.
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कोरोना प्रबंधन को लेकर प्रशिक्षण
उन्होंने बताया कि चिकित्सा अधिकारियों, पैरामेडिकल कार्मिकों को कोरोना के प्रबंधन से संबंधित फिर से प्रशिक्षण दिया जाएगा. अस्पतालों को वेंटीलेटर, कंसंट्रेटर व आक्सीजन प्लांट को क्रियाशील रखने के निर्देश दिए गए हैं. जनसामान्य को मास्क लगाने और सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. स्वास्थ्य महकमे के मुताबिक आगरा में 39 लाख लोगों ने कोविड में सिंगल डोज लगवाई है. 35 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने कोविड की दोनों डोज लगवा ली हैं, जबकि बूस्टर डोज लगवाने वालों की संख्या 9 लाख है.