आगरा : राजस्थान में चुनाव ड्यूटी के दौरान एक सैनिक का हार्ट अटैक से निधन हो गया. इसके बाद सैनिक के पार्थिव शरीर को एंबुलेंस द्वारा आगरा के बाह क्षेत्र में स्थित उसके आवास पर लाया गया. सैनिक के निधन की खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. सैनिक राजस्थान के कोटा में चुनाव ड्यूटी में तैनात था. परिजनों ने सैनिक के पार्थिव शरीर को सड़क पर रखकर जाम लगाया और सैनिक को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग उठाई. काफी देर तक बाह के बाजार में जाम लग रहा. जिसके बाद आला अधिकारियों ने परिजनों और ग्रामीणों को आश्वासन दिया तब जाकर कहीं जाम खुला. प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान के कोटा में आगरा के बाह के बिजौली गांव निवासी नीरज सिंह गौतम चुनाव की ड्यूटी कर रहे थे. इसी दौरान बुधवार को नीरज गौतम को अचानक से हृदय घात आया और उनका मौके पर ही निधन हो गया. आनन फानन में मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों द्वारा उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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सैनिक नीरज सिंह गौतम के निधन की खबर उनके परिजनों को दी गई. जिसके बाद परिजनों में चीख पुकार मच गई. धीरे-धीरे यह खबर पूरे गांव में भी फैल गई और गांव आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी. गुरुवार सुबह सैनिक के पार्थिव शरीर को कोटा से एंबुलेंस द्वारा आगरा में स्थित बाह में उनके गांव पर लाया गया. सैनिक का पार्थिव शरीर पहुंचते ही सैकड़ो लोगों की भीड़ मौके पर एकत्रित हो गई. सैनिक का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने नीरज सिंह गौतम को शहीद का दर्जा देने की मांग उठाई. जिसको लेकर वह शहीद के पार्थिव शरीर को बाह के बाजार में ले आए. और सड़क पर जाम लगाकर पार्थिव शरीर को वहीं रख लिया. करीब चार घंटे तक परिजनों ने बाह बाजार को पूरी तरह से बंद रखा. तमाम वाहन जाम की वजह से काफी देर तक फंसे रहे. उसके बाद एसडीएम और एसीपी मौके पर पहुंचे और काफी देर तक लोगों को समझने में जुटे रहे.
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परिजनों ने नीरज सिंह गौतम को शहीद का दर्जा देने अंत्येष्टि स्थल पर उनके नाम से एक स्मारक बनाए जाने को लेकर हंगामा किया. ऐसे में एसडीएम और एसीपी ने सैनिक के परिजनों और ग्रामीणों को समझाया और उन्हें शांत कराया. इसके साथ ही सैनिक की अंत्येष्टि और स्मारक की जगह को भी चिह्नित कर गया है.