आगरा : कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम भानुचंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में हुई समिति की बैठक में बायोमेडिकल उपकरण तथा दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा की गई. जिसमें निर्णय लिया गया कि प्राइवेट हॉस्पिटल को अब मातृ एवं शिशु मृत्यु की सूचना देनी होगी. सूचना न देने वाले प्राइवेट हॉस्पिटल की जांच कर पंजीकरण रद्द कर दिया जाएगा. एसएनसीवी में अच्छा प्रदर्शन न करने वाले 5 एम ओ आई सी से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है. 95% से कम लक्ष्य हासिल करने पर वेतन जारी नहीं होगा. इसके साथ ही बैठक में बताया गया कि दो ऑक्सीजन जनरेटर, एक एक-रे मशीन आदि खराब है. सीएमओ डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि उनका विवरण पोर्टल से हटाया जाएगा तथा नई मशीन जल्द ही क्रय की जाएगी. बैठक में जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा की गई. जिसमें विकासखंड खंदौली में प्रसव कराने में गिरावट दर्ज की गई. आशाओं द्वारा सहायतित कराए गए प्रसव की संख्या में गिरावट पर जवाब तलब भी किया गया. बैठक में आशा, लिंक वर्कर्स इत्यादि का भुगतान प्रतिमाह सुरक्षित करने के लिए एमओआईसी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय की गई. भुगतान न करने वाले एमओआईसी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के डीएम निर्देश दिए हैं. नवंबर माह तथा शेष लंबित भुगतान 20 दिसंबर तक देने के भी निर्देश दिए हैं.
बैठक में बताया कि आशा 06 माह से सक्रिय नहीं हैं, उन्हें 15 दिन की सेवा समाप्ति का नोटिस देकर सेवा समाप्त करने तथा उनकी जगह नई नियुक्ति की कार्यवाही की जाए. सिजेरियन केस की समीक्षा में स्तिथि संतोषजनक नहीं मिली. नवंबर में,सीएचसी खेरागढ़ में शून्य, बाह में 05, अछनेरा में 07, शमसाबाद 02, एत्मादपुर में 01, जिला महिला अस्पताल में 127, एसएन मेडिकल कॉलेज में 275 सिजेरियन केस किए गए. डीएम ने कहा कि अगर जांच में आशा, एएनएम प्राइवेट अस्पतालों में यदि प्रसव कराते मिली तो कठोर कार्यवाही होगी.बैठक में संपूर्ण टीकाकरण की समीक्षा की गई. बताया गया कि विभिन्न क्षेत्रों में अभिभावक बच्चों के टीकाकरण में रुचि नहीं ले रहे. डीएम ने ऐसे परिवारों की जिलास्तरीय अधिकारियों की टीम बना कर काउंसलिंग कराने तथा टीकाकरण न कराने वालों को चिह्नित कर अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ न देने की कार्यवाही के निर्देश दिए. जनपद में मातृ मृत्यु माह नवंबर में मात्र 02 दर्ज की गई. सभी एमओआईसी व आशाओं को सघन मॉनिटरिंग के निर्देश दिए.
एसएनसीवी(सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट) में अच्छा प्रदर्शन न करने वाले 05 एमओआईसी खंदौली, खेरागढ़, शमसाबाद, बाह, बरौली अहीर के एमओआईसी से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए गए. बैठक में आंगनवाड़ी केंद्रों पर कुपोषित बच्चों को चिह्नित करने को निर्देशित किया. बैठक में सीडीओ ए. मनिकंडन, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. संजीव वर्मन, डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, डब्ल्यूएचओ से महिमा, यूनिसेफ से अरविन्द शर्मा, राहुल कुलश्रेष्ठआदि उपस्थित रहे.