आगरा में कुट्टू का आटा खाने से फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए लोग, पीड़ितों ने दुकान के बाहर किया हंगामा
आगरा में कुट्टू का आटा खाने से कई लोग बीमार हो गये. जिसके बाद लोगों ने दुकान के बाहर जमकर हंगामा किया. चिकित्सकों की मानें तो यह सभी लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए हैं.
Agra News. ताजनगरी में शिवरात्रि को बड़े धूमधाम से मनाया गया. शिवरात्रि के दौरान तमाम लोग पूरे दिन का व्रत रहे और शाम को फलाहार के लिए दुकान से कुट्टू का आटा लेकर आए. जिससे उन्होंने अपने लिए फलाहार तैयार किया, लेकिन कुट्टू के आटे से तैयार खाने को खाने से कई लोग बीमारी से पीड़ित हो गए. कई लोग उल्टी दस्त की शिकायत लेकर डॉक्टरों के पास जाने लगे.
जिसके बाद करीब दर्जन भर लोगों ने उस दुकान पर हंगामा करना शुरू कर दिया. जहां से वह कुट्टू का आटा लेकर आए थे. हंगामे की सूचना पर क्षेत्रीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और पूरे मामले की सूचना खाद्य विभाग को दे दी. वहीं चिकित्सकों की मानें तो यह सभी लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को शिवरात्रि पर्व पर आगरा के तमाम लोगों ने व्रत रखा था. शाम को पूजन करने के बाद सभी लोग फलाहार करते हैं. ऐसे में थाना एत्माद्दौला क्षेत्र की ट्रांस यमुना कॉलोनी बी ब्लॉक के निवासियों ने सब्जी मंडी में स्थित राघव डिपार्टमेंटल स्टोर से कुट्टू का आटा लिया था. रात्रि में पूजन के बाद उन्होंने कुट्टू के आटे से बने खाद्य पदार्थों का सेवन किया था, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ने लगी.
स्थानीय निवासी योगेश राजपूत की माने तो उन्होंने शाम को दुकान से लाए हुए कुट्टू के आटे से खाद्य पदार्थ बनवाए थे. जिसे खाने के बाद उनकी और उनकी पत्नी की तबीयत खराब होने लगी. उनको रात में पेट दर्द और उल्टी की शिकायत हुई. इसके बाद उन्होंने चिकित्सक से सलाह ली, तो उन्होंने बताया कि आप फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो चुके हैं. जिसके बाद चिकित्सकों ने दवा दी तब जाकर कहीं उन्हें आराम मिला.
राघव डिपार्टमेंटल स्टोर से कुट्टू का आटा लाने के बाद और उसका बना हुआ खाद्य पदार्थ खाने के बाद जब कई लोग बीमार हुए, तो सुबह सभी लोग डिपार्टमेंटल स्टोर के मालिक मनोज अग्रवाल से शिकायत करने पहुंचे और दुकान पर हंगामा करने लगे. इसके बाद सूचना मिलने पर क्षेत्रीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और किसी तरह से लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया. पुलिस ने इस मामले की जानकारी खाद्य विभाग को दे दी है.
रिपोर्ट- राघवेंद्र सिंह गहलोत, आगरा