मथुरा. मथुरा में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मस्थली के नजदीक परखम गांव में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत दौरे पर पहुंचे. उन्होंने परखाम गांव में बन रहे एशिया के सबसे बड़े दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र का लोकार्पण किया. संघ प्रमुख ने मथुरा पहुंचकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया.बता दें भाजपा के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म स्थली दीनदयाल धाम के पास स्थित परखम गांव में 20 करोड रुपए की लागत से एशिया का सबसे बड़ा गौ विज्ञान अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र बनाया जा रहा है. मंगलवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इसका लोकार्पण किया.आपको बता दे यह एक ऐसा अनूठा केंद्र होगा जहां गोवंश की नस्ल और पंचगव्य की गुणवत्ता में विश्व स्तरीय अनुसंधान किए जाएंगे. अगले 2 वर्षों में इस केंद्र में करोड़ों की लागत से एक दर्जन से अधिक अन्य प्रकल्पों की भी स्थापना की जाएगी. इसके लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है. परखम गांव में बनाए गए दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र का संचालन दीनदयाल कामधेनु गौशाला समिति करेगी. इस केंद्र में गोवंश नस्ल सुधार, पंचगव्य की गुणवत्ता सुधार पर विश्व स्तरीय शोध कार्य होंगे. पंचगव्य से मनुष्यों की चिकित्सा, कैंसर जैसे रोगों का इलाज वैज्ञानिक पद्धति से किया जाएगा.
Also Read: वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर को हाईकोर्ट ने मंजूरी दी, मंदिर के धन का नहीं होगा इस्तेमाल
दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र देश का पहला पशु अस्पताल होगा. जहां आयुर्वेद से पशु चिकित्सा का अध्ययन किया जाएगा. आयुर्वेद से पशु चिकित्सा भी की जाएगी. भारत की पारंपरिक पशु चिकित्सा जो कि हमारे प्राचीन ग्रंथो में समाहित है. इसका व्यावहारिक प्रयोग किया जाएगा.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सोमवार की देर शाम को फरह स्थित नगला दीनदयाल धाम पहुंचे. संघ व भाजपा के पदाधिकारी ने उनका स्वागत किया. इस दौरान सरसंघचालक मोहन भागवत ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया.