कानपुर. एक कार्यक्रम में शिरकत करने मंगलवार को कानपुर पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने सारस को लेकर सरकार पर हमला बोला है. उमेश पाल हत्याकांड को सरकार की विफलता बताया है. अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार सुरक्षा दी फिर भी हमला हुआ.दो सिपाही भी मारे गए. यह सरकार की इंटेलिजेंस की विफलता है. इस तरह के शूटआउट नहीं होने चाहिए.वहीं सपा सुप्रीमो ने सारस पक्षी को लेकर कहा कि यह सरकार बेजुबान पक्षी से भी बदला ले रही है. मैं अपने विधायक इरफान सोलंकी से मिलने गया तो उसे महाराजगंज भेज दिया.हम सारस से मिलने चले गए तो उसे चिड़ियाघर भेज दिया.अब मैं सरकार के अधिकारियों से भी मिलूंगा सरकार को चाहिए कि उन्हें (अधिकारी) भी जेल में डाल दिया जाए.
मंगलवार को अखिलेश यादव खटीक समाज के सम्मेलन में शामिल होने पहुचे थे.इस दौरान उन्होंने लोगों को संकल्प दिलाया कि हम लोग संविधान को बदलने नही देगें.सभी समाज को एकजुट होने की जरूरत है.2024 का चुनाव संविधान बचाने का आखिरी चुनाव है. इसके बाद मौका नहीं मिलेगा. लोगों में जागरुकता फैल गई है कि जो संविधान हमें बाबा साहब ने दिया है, उसे ये सरकार खत्म कर सकती है. शिवपाल यादव ने कहा कि हम सभी जुझारू खटीक समाज के साथ उनके सुख दुख में खड़े है.
आरिफ से लेकर कानपुर के चिड़ियाघर में शिफ्ट किए गए राजकीय पक्षी सारस को लेकर राजनीति तेज हो गई है. मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आरिफ के साथ मे सारस से मिलने पहुंचे. उन्होंने चिड़ियाघर के निदेशक और रेंजर से सारस का हालचाल भी लिया. चिड़ियाघर में अखिलेश यादव और आरिफ ने सीसीटीवी पर सारस को देखा. इसके बाद उन्होंने रेंजर से कहा कि नवरात्र पर सारस को अंडे न खिलाएं, वरना भाजपा बुरा मान जाएगी.इस दौरान वह बीजेपी पर भी हमलावर हुए उन्होंने कहा कि मैं जिससे मिलने जाता हूं सरकार उस पर ही कार्रवाई कर देती है.आगे उन्होंने कहा कि आरिफ ने घायल पक्षी का पूरा इलाज कराया और उसका ध्यान रखा.उसकी सराहना करने की बजाय आरिफ को परेशान किया जा रहा है.सरकार को आरिफ पर दर्ज मुकदमे को वापस लेना चाहिए.बता दें कि सपा अध्यक्ष ने चिड़ियाघर में लगभग एक घंटे का समय व्यतीत किया.इस दौरान उन्होंने मानू (गेंडा) को केला खिलाया. बघीरा बाघ को भी देखा और उसकी जानकारी भी ली.
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार सारस और बारहसिंघा के लिए सफारी बनाने जा रही है. अगर वाकई में किसी जानवर के लिए सफारी बनाना ही है तो वह साड़ सफारी बना दे. क्योंकि ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन अन्ना साड़ की वजह से किसी न किसी की जान न जा रही हो.