Ambedkar Nagar : सांसद रितेश पांडेय ने भाजपा की सदस्यता ली, बसपा से दिया था इस्तीफा
Ambedkar Nagar : सांसद रितेश पांडेय आज भाजपा में शामिल हो गए. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और अन्य बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में सांसद रितेश पांडे भाजपा की सदस्यता ली.
Ambedkar Nagar : लोकसभा चुनाव के पहले अंबेडकर नगर से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सांसद रितेश पांडेय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उनके पार्टी छोड़ने की बात काफी समय से सुर्खियों में था. सांसद रितेश पांडेय इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हो गए. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और अन्य बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में सांसद रितेश पांडे भाजपा की सदस्यता ली. भाजपा में शामिल होने के बाद सांसद रितेश पांडे ने कहा कि मैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को देखते हुए विकसित भारत की कल्पना में अपना सहयोग देने के लिए इस बड़े मिशन के लिए भाजपा के साथ जुड़ कर काम करने के लिए आगे आया हूं. मेरे क्षेत्र में ही हम देखते हैं कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, दो-दो औद्योगिक कॉरिडोर और 40 हजार से ज्यादा आवास की उपलब्ध कराना दिखाता है कि ये हमारे क्षेत्र को विकसित भारत की ओर बढ़ाने के लिए हो रहा है. बता दें कि कई दिनों से चली आ रही अटकलों के बीच बसपा सांसद रितेश पांडेय ने रविवार को पार्टी छोड़ दी. उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती को भेजे पत्र में कहा कि मुझे लंबे समय से नजरअंदाज किया जा रहा था. न मुझे पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा था और न ही नेतृत्व के स्तर पर संवाद किया जा रहा था. मैंने आपसे और शीर्ष पदाधिकारियों से मिलने के कई प्रयास किए, मगर कोई नतीजा नहीं निकला. इसलिए मेरे पास त्यागपत्र के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है. मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं. उन्होंने आगे लिखा कि सार्वजनिक जीवन में बसपा के माध्यम से जब से मैंने प्रवेश किया, आपका मार्गदर्शन मिला. पार्टी पदाधिकारियों का सहयोग मिला. पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं ने मुझे हर कदम पर अंगुली पकड़कर राजनीति और समाज के गलियारे में चलना सिखाया. बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव में रितेश के पिता पूर्व सांसद राकेश पांडेय ने बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी ज्वॉइन कर लिया था. वे सपा के टिकट पर जलालपुर से विधायक भी चुन लिए गए. इसी घटनाक्रम के बाद सांसद रितेश से बसपा प्रमुख मायावती नाराज चल रही थीं. उन्हें पार्टी के संसदीय दल के नेता पद से हटा दिया. नतीजा यह हुआ कि पार्टी के कार्यक्रमों आदि से भी उनकी दूरी बन गई. अब रितेश के बीजेपी में शामिल होने की खबर है. बीते दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें लंच पर भी आमंत्रित किया था.
मायावती ने बिना नाम लिए पूछी यह बात
रितेश पांडेय के इस्तीफे पर बसपा प्रमुख मायावती का रिएक्शन सामने आया है. उन्होंने रितेश का बिना नाम लिए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि अब बसपा के सांसदों को इस कसौटी पर खरा उतरने के साथ ही स्वंय जांचना है कि क्या उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता का सही ध्यान रखा? क्या अपने क्षेत्र में पूरा समय दिया? साथ ही क्या उन्होंने पार्टी और मूवमेंट के हित में समय-समय पर दिए गए दिशा-निर्देशों का सही से पालन किया है? ऐसे में अधिकतर लोकसभा सांसदों का टिकट दिया जाना क्या संभव है? खासकर तब जब वे स्वंय अपने स्वार्थ में इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं और निगेटिव चर्चा में हैं.