UP : योगी सरकार के मंत्री बोले, भाजपा सरकार में सपा और बसपा की सरकारों से ज्यादा भ्रष्टाचार
बलिया : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार के लिए उनके ही एक कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने यह दावा करके असहज स्थिति पैदा कर दी है कि मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ गया है. भाजपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष राजभर ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी को मौजूदा […]
बलिया : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार के लिए उनके ही एक कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने यह दावा करके असहज स्थिति पैदा कर दी है कि मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ गया है. भाजपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष राजभर ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी को मौजूदा सरकार में उचित सम्मान नहीं मिल रहा है. राजभर ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार में पहले की सपा और बसपा की सरकारों से ज्यादा भ्रष्टाचार है. मैं इस सरकार का हिस्सा जरूर हूं, लेकिन यह मेरी सरकार नहीं है. भाजपा के साथ हमारा गठजोड़ है.” उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इन मुद्दों पर मुख्यमंत्री से बात की है.” भाजपा के साथ मिलकर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर राजभर ने कहा, ‘‘यह भाजपा पर निर्भर करता है कि वह हमारे साथ गठबंधन चाहती है या नहीं. अगर भाजपा स्थानीय निकाय चुनावों की तरह हमारे साथ गठजोड़ नहीं बनाती, तो हम अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.”
राजभर के आरोपों पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि चुनाव पूर्व के गठबंधन को तोड़ना भाजपा की परंपरा नहीं है. राजभर का बयान सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का माध्यम है. त्रिपाठी ने कहा कि राजभर जिम्मेदार मंत्री हैं और अगर उन्हें सरकार से कुछ शिकायत है, तो उचित मंच पर कहें, ना कि सार्वजनिक रूप से कोई ऐलान करें. लगता है कि राजभर किसी विपक्षी नेता की तरह बर्ताव कर रहे हैं. अगर उन्हें भाजपा से कोई गंभीर समस्या है, तो वह सरकार छोड़ सकते हैं.
उधर, कासगंज हिंसा पर मंत्री राजभर ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी और कुछ अधिकारी सरकार को बदनाम कर रहे हैं. राजभर ने हाल ही में यह चेतावनी जारी करके विवाद खड़ा कर दिया था कि अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजने वाले अभिभावकों को थाने में बंद किया जायेगा और खाना तथा पानी नहीं दिया जायेगा. उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में एसबीएसपी के चार विधायक हैं. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव वह भाजपा के साथ मिलकर लड़ी थी. हालांकि, भारतीय समाज पार्टी राज्य के नगर निकाय चुनाव अपने दम पर लड़ी थी.