शिक्षा क्षेत्र में मुरली बाबू का अहम योगदान अमिट : मस्त
बलिया : जिले के प्रथम सांसद स्व. मुरली बाबू की जयंती मंगलवार को उनकी पैतृक गांव सागरपाली में मनाई गयी. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने शिरकत किया. वहीं विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री राजधारी सिंह रहे. कार्यक्रम की शभारंभ उनके तैलचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ […]
बलिया : जिले के प्रथम सांसद स्व. मुरली बाबू की जयंती मंगलवार को उनकी पैतृक गांव सागरपाली में मनाई गयी. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने शिरकत किया. वहीं विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री राजधारी सिंह रहे. कार्यक्रम की शभारंभ उनके तैलचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ हुआ.
सभा को संबोधित करते हुए सांसद मस्त ने बताया कि आजादी के बाद कांग्रेस ने पंडित मदन मोहन मालवीय के पुत्र पंडित गोविंद मोहन मालवीय को टिकट दिया, उनको हराकर बागी बलिया के लोगों ने निर्दल सांसद स्वर्गीय मुरली बाबू के सिर पर ताज पहनाया. जिस समय कांग्रेस की तूती बोल रही थी,
उस समय बलिया की आमजनता इलाहाबाद में कांग्रेस के कार्यालय पर जाकर पंडित जवाहरलाल नहेरू को टिकट देने के लिए आग्रह किया, लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरू उन्हें टिकट देने से इंकार कर दिया, जिसके बाद बलिया की जनता ने उन्हें आशीर्वाद दिया और मुरली बाबू निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल किये. कहा कि उन्होंने जनपद में शिक्षा क्षेत्र में जितना काम किया है, उतना आज तक किसी ने भी नहीं किया.
इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि राजधारी सिंह ने कहा कि गांधी जी के आंदोलन में शामिल होकर मुरली बाबू ने आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई. मैं मुरली बाबू के पैतृक गांव आकर खुदको गौरवान्वित महसूस करता हूं. मैं मुरली बाबू के गांव के लिए सदा तत्पर रहूंगा. इस दौरान गरीबों में कंबल का भी वितरण किया गया. इस मौके पर मुख्य रूप से बंशीधर यादव, दाऊ सिंह प्रधान सागरपाली, अरविंद पांडेय, मुन्ना राय, बिजली यादव, दीपक सिंह, कालीकांत राय आदि रहे. कार्यक्रम का संचालन भैया रंजय सिंह ने किया.