जल निगम कर्मियों ने भरा हुंकार, किया प्रदर्शन
बलिया : उत्तर प्रदेश जल निगम संयुक्त समिति के बैनर तले सातवां वेतनमान लागू करने सहित सात सूत्री मांगों को लेकर जल निगम कर्मियों तथा पेंशनर्स ने अधिशासी अभियंता निर्माण खंड बलिया के कार्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान जल निगम कर्मियों ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को […]
बलिया : उत्तर प्रदेश जल निगम संयुक्त समिति के बैनर तले सातवां वेतनमान लागू करने सहित सात सूत्री मांगों को लेकर जल निगम कर्मियों तथा पेंशनर्स ने अधिशासी अभियंता निर्माण खंड बलिया के कार्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान जल निगम कर्मियों ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को सौंपा.
धरना सभा को संबोधित करते हुए कर्मचारी महासंघ के क्षेत्रीय मंत्री सतीश चंद्र पाठक ने कहा कि फरवरी एवं मार्च में 35 दिनों तक चले आंदोलन के बाद जल निगम अध्यक्ष जीबी पटनायक ने चुनाव आचार संहिता समाप्त होने पर जल निगम में सातवां वेतनमान लागू करने का वादा किया था लेकिन अभी तक लागू नहीं हुआ. जल निगम प्रबंधन के बाद आखिर आती के विरुद्ध हम सब आंदोलन करने के लिए विवश हुए हैं. हमारी मांग है कि सातवां वेतनमान शासन की बात लागू किया जाय.
जल निगम को पूर्ववत शासकीय विभाग में परिवर्तित किया जाये. शासकीय विभाग बनाये जाने की प्रक्रिया में जब तक समय लगता है तब तक वेतन एवं पेंशन को कोषागार से संबंध किया जाये. छठवां वेतन के एरियर का भुगतान किया जाय. अघोषित रूप से दिसंबर 2018 से मृतक आश्रित कोटे को बंद अनुकंपा नियुक्ति बहाल किया जाये जून 2019 के बाद सेवानिवृत्त हुए .
कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था जल निगम पर तत्काल लागू हो
शासकीय विभागों की भांति कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था शासन के आदेश के अनुसार जल निगम पर तत्काल लागू किया जाये. जल निगम को तत्काल स्वायत शासन अभियंत्रण विभाग के समय से प्राप्त हो रहे 22 फीसदी प्रिंटेड को बहाल करते हुए अब तक कुल धनराशि का अंतर 3150 करोड़ की प्रतिपूर्ति शासन से करायी जाये. यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो संयुक्त समिति सभी घटक संगठनों के साथ लखनऊ में जल निगम के प्रधान कार्यालय पर धरना प्रदर्शन 24 दिसंबर को करेंगे।
आगे की रणनीति इसी दौरान तय की जाएगी. सभा को संबोधित करने वालों में जितेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, ब्रह्मेश्वर राम, रामचंद्र राम, शिवजी, ब्रज किशोर सिंह, दीपक कुमार सिंह, रविंद्र राम, रवींद्र श्रीवास्तव, अशफाक हुसैन, संतोष कुमार ओझा, गणेश राम, तेजनारायण पांडेय, काशी नाथ वर्मा, रामपाल, गोपाल जी वर्मा, निर्मला देवी, पूजा तिवारी, सुगंधी देवी, सुशीला देवी, दीनानाथ, राधा कृष्ण, अवधेश चौबे, कृष्ण कुमार, जितेंद्र मिश्रा, अर्जुन सिंह, अमित शर्मा, धर्मेंद्र यादव, लालजी, संतोष कुमार, गणेश यादव, अमरनाथ पांडेयआदि प्रमुख रहे। अध्यक्षता नागेश्वर तथा संचालन पंकज कुमार सिंह ने किया.