पंचायत प्रतिनिधियों ने अंचल कार्यालय में की तालाबंदी

सरैंया : बड़हरा प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को राहत राशि के भुगतान में घोर धांधली के खिलाफ पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय में अनिश्चितकालीन तालाबंदी कर धरना पर बैठ गये, जिससे प्रखंड तथा अंचल कार्यालय के सारे काम-काज ठप पड़ गये. जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 में बाढ़ पीड़ितों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2019 6:40 AM

सरैंया : बड़हरा प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को राहत राशि के भुगतान में घोर धांधली के खिलाफ पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय में अनिश्चितकालीन तालाबंदी कर धरना पर बैठ गये, जिससे प्रखंड तथा अंचल कार्यालय के सारे काम-काज ठप पड़ गये.

जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 में बाढ़ पीड़ितों के लिए जो सूची बनी थी, उसी सूची के अनुसार इस वर्ष भी बाढ़ पीड़ितों के खाते में निर्धारित छह हजार रुपये की राशि प्रदान करनी थी, मगर उस सूची के आंशिक लोगों के खाते में राशि डालने के बाद सूची से इधर हजारों लोगों ‌‌‌के खाते में राशि धड़ाधड़ डाली जाने लगी.
घोर धांधली का पर्दाफाश तब हुआ, जब कुछ पंचायत प्रतिनिधियों को मालूम हुआ कि पूरे प्रखंड में जितने लोगों को राशि देनी थी. करीब उतने ही संख्या में सिर्फ एक ही पंचायत खवासपुर में 48 हजार लोगों के खाते में राशि भेज दी गयी, जिसमें बड़ी संख्या में नाबालिग लोगों को राहत का लाभ दे दिया गया.
वहीं, अन्य पंचायतों के बाढ़ पीड़ित व प्रतिनिधि इंतजार करते रहे कि बाढ़ का पैसा आयेगा. मगर इसकी सही जानकारी नहीं मिलने से नाराज पंचायत प्रतिनिधियों ने अंचल कार्यालय के खिलाफ बगावत की आग फूंक दी है. आग को ठंडा करने को लेकर सीओ ने प्रतिनिधियों को मनाने की कोशिश भी की मगर बात नहीं बनी. अंततः गुरुवार को कार्यालय में अनिश्चितकालीन तालाबंदी हो ही गयी.
धरना पर बैठे प्रतिनिधियों से बीडीओ सुशील कुमार ने भी बात की तथा मामला समझने की कोशिश की. गड़बड़ी करने की प्रक्रिया व सच्चाई जानकर बीडीओ ने माना कि अंचल कार्यालय ने बहुत बड़ी धांधली की है. फिर जिलाधिकारी द्वारा भेजे गये कार्यपालक पदाधिकारी विनोद कुमार धरना स्थल पर पहुंचे तथा धरनार्थियों से बात कर धांधली की पूरी बात सुनी.

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