भक्तों के कल्याण के लिए होता है भगवान का जन्म : महाराज
बांसडीह : क्षेत्र अंतर्गत ग्राम आदर में बेनी ब्रह्मा बाबा के स्थान पर 19 दिसंबर से कलश यात्रा के साथ आरंभ हुई श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा के चतुर्थ दिवस में अयोध्या से पधारे बाल व्यास श्री आनंद भूषण जी महाराज ने श्री कृष्ण जन्म कथा प्रसंग का वर्णन किया. बताया कि भक्तों के कल्याण […]
बांसडीह : क्षेत्र अंतर्गत ग्राम आदर में बेनी ब्रह्मा बाबा के स्थान पर 19 दिसंबर से कलश यात्रा के साथ आरंभ हुई श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा के चतुर्थ दिवस में अयोध्या से पधारे बाल व्यास श्री आनंद भूषण जी महाराज ने श्री कृष्ण जन्म कथा प्रसंग का वर्णन किया.
बताया कि भक्तों के कल्याण एवं उद्धार के लिए ही भगवान का जन्म होता है. भगवान इतने दयालु हैं कि वह अपने से ईर्ष्या रखने वालों का भी उद्धार करते हैं. महाराज श्री ने भगवान कृष्ण चंद के पूर्व वामन अवतार एवं श्री राम अवतार आदि मुख्य प्रसंगों पर भी प्रकाश डाला .
उन्होंने राजा बलि की कथा सुनाते हुए बताया कि महादानी बली ने भगवान वामन को किस तरह तीन पग भूमि का दान किया. तमाम अन्य दृष्टांतों को देते हुए महाराज श्री ने बताया कि भगवान जब जब धरती पर अवतार लेते तब तब वह अपने भक्तों के कल्याण ही करते हैं.
श्री कृष्ण जन्म प्रसंग में गोकुल में हो रहे उत्सव का एवं भगवान की झांकी का सभी भक्तों ने दर्शन किया तथा जन्मोत्सव में सभी ने जन्म करके आनंद लिया. आनंद भूषण जी महाराज के बाद अयोध्या से पधारे राष्ट्रीय संत पूज्य अवधेश जी महाराज ने भी श्रोताओं को अपना आशीर्वचन प्रदान किया उन्होंने अपने दिव्य प्रवचन के अंतर्गत शिव विवाह की पावन लीला का गुणगान किया जिससे श्रोता भाव विभोर हो गये.