शव की शिनाख्त पुलिस के लिए बनी सरदर्द
रेवती : बीते शुक्रवार को गायघाट बेलहरी संपर्क मार्ग पर 22 वर्षीय युवक की हत्या कर फेंका गए शव का अब तक पहचान ना हो पाने से रेवती पुलिस के लिए पहेली बनी हुई है. घटना के 4 दिन बीत गए लेकिन अभी तक रेवती पुलिस को कोई ठोस कामयाबी नहीं मिल पाई है. घटना […]
रेवती : बीते शुक्रवार को गायघाट बेलहरी संपर्क मार्ग पर 22 वर्षीय युवक की हत्या कर फेंका गए शव का अब तक पहचान ना हो पाने से रेवती पुलिस के लिए पहेली बनी हुई है. घटना के 4 दिन बीत गए लेकिन अभी तक रेवती पुलिस को कोई ठोस कामयाबी नहीं मिल पाई है. घटना के बावत रेवती पुलिस द्वारा अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर शव की शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाया है.
किन परिस्थितियों में किस कारण से युवक की हत्या हुई इसका सहज अंदाजा लगाना काफी मुश्किल लग रहा है. गौरतलब है कि मृतक अज्ञात युवक के पास ईयर फोन था लेकिन उसकी मोबाइल कहीं दिखाई नहीं दी. संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की हुई हत्या से पूरा पुलिस महकमा सकते में आ गया है.
पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार सिंह तथा रेवती थाना इंस्पेक्टर शैलेश सिंह को मामले को गहराई से छानबीन करने हेतु निर्देशन दिया है. रेवती थाना इंस्पेक्टर शैलेश सिंह द्वारा मामले का बारीकी से तहकीकात किया जा रहा है. उम्मीद किया जा रहा है कि जल्द ही मृतक युवक का शिनाख्त कर लिया जाएगा. इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त है.
लोगों के समझ में नहीं आ रहा है कि मृतक युवक की किन परिस्थितियों में क्यों हत्या हुई इसका अंदाजा लगाना काफी मुश्किल लग रहा है. जितनी मुंह उतनी बातें हो रही है. कुछ लोगों का कहना है कि युवक की अन्यत्र हत्या करके इधर फेंक दिया गया था जबकि कुछ लोगों का कहना है कि युवक आसपास के क्षेत्र का ही होगा जिसका बहुत जल्दी पर्दाफाश हो जाएगा.
सड़क दुर्घटना में मौत
दुबहर. क्षेत्र के सवरुबांध निवासी रुस्तम शेख पुत्र इदरीश शेख की सड़क दुर्घटना में रविवार की शाम सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी. सवरुबांध निवासी रुस्तम शेख रोज की भांति शहर में मजदूरी करने के बाद रविवार की शाम ऑटो से जैसे ही अपने ढाले पर उतरा वहीं बलिया से आ रहे बाइक सवार युवकों ने उन्हें टक्कर मार दी.
जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया. स्थानीय लोग जब जिला चिकित्सालय ले गए तो चिकित्सकों ने उन्हें वाराणसी के लिए रेफर कर दिया. वाराणसी जाते समय उनकी फेफना के पास मौत हो गयी. इससे पूरे गांव में शोक की लहर व्याप्त है.