बारिश से शहर से गांव तक जनजीवन अस्त-व्यस्त
बलिया : बारिश के बाद बुधवार को ठंड बढ़ गयी. हालांकि सुबह से शाम तक मौसम ने खूब रंग बदले. दिन की शुरुआत जहां घने कोहरे की चादर में हुई, तो दिन में कुछ पल के लिए धूप भी निकली. इस बीच कई दिनों ने आसमान में उमड़-घुमड़ रहे बादलों ने भी असर दिखाया, तो […]
बलिया : बारिश के बाद बुधवार को ठंड बढ़ गयी. हालांकि सुबह से शाम तक मौसम ने खूब रंग बदले. दिन की शुरुआत जहां घने कोहरे की चादर में हुई, तो दिन में कुछ पल के लिए धूप भी निकली. इस बीच कई दिनों ने आसमान में उमड़-घुमड़ रहे बादलों ने भी असर दिखाया, तो दोपहर में बरसात हो गयी. दिन भी घंटों धुंध छायी रही. बारिश के बाद आर्द्रता 92 फीसदी हो गयी, जिसके कारण 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाओं ने गलन बढ़ा दी. इससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की गयी.
अधिकतम तापमान सुबह तक 20 डिग्री सेल्सियस बताया जा रहा था, लेकिन दोपहर बाद तक पारा 17 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं जा सका. वहीं, न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहा. सुबह करीब 10 बजे आसमान में हल्की धूप दिखी, तो लगा कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान इस बार भी फेल हो जायेगा. हालांकि दोपहर में बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया.
इससे शहर से लेकर गांव तक सड़कों पर कीचड़ पसर गया. चौक स्टेशन रोड पर कुछ दिनों पहले मिट्टी डालकर गड्ढों को भरा गया है. बारिश के बाद सड़क पर कीचड़ फैलने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. बारिश के बाद फिर से मौसम खुशगवार हुआ तो लोग अपनी दिनचर्या में व्यस्त हो गये.
गेहूं को फायदा, आलू समेत दलहनी व तेलहनी फसलों को नुकसान
बारिश से जहां गेहूं के किसानों के चेहरे खिल गये, वहीं आलू सहित दलहनी व तिलहनी फसल उत्पादकों की हंसी गायब है. हालांकि बारिश अधिक होने पर अन्य फसलों को भी नुकसान होने की आशंका है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश से आलू, सरसों और दलहनी फसलों को नुकसान होने की उम्मीद है. वहीं गेहूं की फसल को संजीवनी मिली है. किसानों को सिंचाई से मुक्ति मिली है. सब्जियों का उत्पादन भी बेहतर होगा.
कहा जा रहा है कि अधिक बारिश होने से फसल चौपट होने की भी स्थिति बन सकती है. वहीं मौसम विज्ञानी आगे भी बारिश की संभावना जता रहे हैं. इससे आगामी सीजन में आम की फसल का उत्पादन प्रभावित हो सकता है. वहीं लगातार कोहरा बना रहने की वजह से पौधों की बढ़त के साथ ही माहो कीट का प्रकोप भी बढ़ सकता है.
छायी रही धुंध व कोहरा, पड़ीं पानी की बूंदें,नहीं हुआ सूरज का दीदार
बिल्थरारोड : पूरे इलाके में सर्दी,ठंड व गलन का कहर जारी है. बुधवार को क्षेत्र में धुंध व कोहरा छाया रहा,जबकि दोपहर बाद मौसम में आये एकाएक बदलाव ने समूचे इलाके को आसमान से टपकने वाली वर्षा की बूंदों ने अपने आगोश में ले लिया. लोगों से गुलजार रहने वाली सड़कें कुछ देर के लिए सुनसान सी हो गयी. सड़क पर केवल चार पहिया वाहनों के अलावे विद्यालयों से छूटे बच्चे अपने घर को जाते दिखे. क्षेत्र में एक बार फिर ठंड ने अपना पैर जमा दिया.
ठंड सहित गलन से बचने के लिए अलाव के पास दिखे. बेल्थरारोड की ग्राहकों से गुलजार रहने वाली बाजार के गलियां काफी हद तक लोगों से वीरान सी नजर आयी. व्यवसायी वर्ग की माने तो काफी ठंड के चलते बहुतेरे दुकानदारों की बोहनी तक नहीं हुई. किसानों की बात करे तो ठंड व वारिश के चलते आलू व सरसों की अगेती खेती को पाला से प्रभावित होना का डर सताने लगा है.