त्रिस्तरीय पंचायत चार श्रेणियों में होंगी सम्मानित

शशिकांत ओझा, बलिया : प्रदेश में उत्कृष्ट कार्य करने वाली जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायतों को सरकार 24 अप्रैल को चार अलग अलग श्रेणियों में सम्मानित करेगी. 10 जनवरी को प्रदेश सरकार ने इसके लिए शासनादेश भी जारी कर दिया है. इस वर्ष यह पुरस्कार दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण योजना, नानाजी देशपुख […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2020 3:01 AM

शशिकांत ओझा, बलिया : प्रदेश में उत्कृष्ट कार्य करने वाली जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायतों को सरकार 24 अप्रैल को चार अलग अलग श्रेणियों में सम्मानित करेगी. 10 जनवरी को प्रदेश सरकार ने इसके लिए शासनादेश भी जारी कर दिया है.

इस वर्ष यह पुरस्कार दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण योजना, नानाजी देशपुख राष्ट्रीय गौर ग्राम सभा पुरस्कार, ग्राम पंचायत विकास योजना जीपीडीपी पुरस्कार और बाल मैत्री ग्राम पंचायत पुरस्कार के रूप में दिये जायेंगे. पुरस्कारों का नया नामकरण और उनकी श्रेणी में विकास करते हुए प्रदेश सरकार ने सभी से प्रविष्टि मांगी है. सभी को 31 जनवरी तक इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना है.
प्रदेश सरकार द्वारा पुरस्कारों की घोषणा के बाद त्रिस्तरीय पंचायतों में आवेदन के लिए सुगबुगाहट तेज हो गयी है. स्वच्छता, शिक्षा, ग्राम पंचायत की कार्यप्रणाली, सामाजिक आर्थिक क्षेत्र में प्रदर्शन, बाल हितों के संरक्षण आदि को इस मानक बनाया गया है.
सभी ग्राम पंचायतों को मिलने वाले इस पुरस्कार का आधार वर्ष 2018-129 को रखा गया है. चारों श्रेणी के पुरस्कारों में आवेदन करने की छूट ग्राम पंचायतों को हैं. यदि कोई गांव चारों श्रेणी में अपना आवेदन करना चाहता है तो वह कर सकता है. इस पुरस्कारों को लेकर पंचायत विभाग ने भी प्रचार प्रसार करना प्रारंभ कर दिया है.
31 तक भारत सरकार की वेबसाइट पर सभी पंचायतों को ऑनलाइन करना है आवेदन
10 जनवरी को प्रदेश सरकार ने इसके लिए शासनादेश भी जारी कर दिया
पुरस्कारों को लेकर पंचायत विभाग ने भी प्रचार प्रसार करना प्रारंभ कर दिया
अधिक से अधिक हो दावेदारी
जिला पंचायत राज अधिकारी शशिकांत पांडेय ने बताया कि शासनादेश जारी होने के बाद पंचायतों की सहभागिता अधिक से अधिक हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. इस वर्ष सरकार चार श्रेणियों में पुरस्कार निर्मत करेगी. स्वच्छता शिक्षा और अन्य योजना में बेहतर प्रदर्शन करने वाली ग्राम पंचायतें इस आवेदन के लिए नामांकन करेंगी. जिला स्तर पर भी मानिटरिंग की जा रही है कि कौन कौन ग्राम पंचायतें इन पुरस्कारों की श्रेणी में आती है.

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