सुंदरीकरण की बाट जोह रहा चौराहा
बलिया : राजमार्ग (बलिया-सिकंदरपुर) पर शहर का प्रमुख चौराहा भी सुंदरीकरण का बाट देख रहा है. शहर से निकलने के बाद आखिरी चौराहा है कुंवर सिंह चौराहा. चौराहे पर वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा भी स्थापित है. बगल में ही कुंवर सिंह डिग्री कॉलेज और इंटर कॉलेज है. यही नहीं, चौराहे के एक तरफ पुलिस […]
बलिया : राजमार्ग (बलिया-सिकंदरपुर) पर शहर का प्रमुख चौराहा भी सुंदरीकरण का बाट देख रहा है. शहर से निकलने के बाद आखिरी चौराहा है कुंवर सिंह चौराहा. चौराहे पर वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा भी स्थापित है.
बगल में ही कुंवर सिंह डिग्री कॉलेज और इंटर कॉलेज है. यही नहीं, चौराहे के एक तरफ पुलिस लाइन और पुलिस अधीक्षक कार्यालय है, तो दूसरी तरफ विकास भवन और पुलिस अधीक्षक का आवास. चौराहे से सटे पीडब्ल्यूडी कार्यालय है, इसके बाद भी आस-पास की पटरियां क्षतिग्रस्त हैं. चौराहे के सुंदरीकरण को लेकर कभी पहल नहीं हुई.
सबसे भीड़भाड़ वाले चौराहों में एक होने के बाद भी ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर भी कोई इंतजाम नहीं है. सुबह-शाम इसी रास्ते से पुलिस अधीक्षक अपने आवास से कार्यालय जाते हैं. खास बात यह कि पुलिस लाइन की तरफ जाने वाली सड़क पर दोनों तरफ पटरी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन या नगर पालिका चौराहे को सुव्यवस्थित करने की दिशा में पहल नहीं कर रही. इससे आवागमन को लेकर भी कई बार समस्या उत्पन्न हो जाती है.
कुंवर सिंह चौराहा : बगल में पीडब्ल्यूडी ऑफिस फिर भी आसपास की पटरी क्षतिग्रस्त
प्रतिमा स्थल पर टंगा रहता है पोस्टर
चौराहे पर 1999 में वीरवर कुंवर सिंह की प्रतिमा स्थापित की गयी. कुंवर सिंह कॉलेज प्रबंधन की पहल पर इसके लिए एक नवंबर 1998 को मऊ के तत्कालीन सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री कल्पनाथ राय ने भूमिपूजन किया था. कुछदिनों बाद ही आदमकद प्रतिमा स्थापित की गयी.
प्रतिमा के ऊपर आकर्षक छतरी का भी निर्माण करा दिया गया है. हालांकि समय-समय पर प्रतिमा स्थल के आस-पास लोग पोस्टर चिपका देते हैं या बैनर लटका देते हैं. ऐसे में चौराहे का सुंदरीकरण तो हुआ नहीं, प्रतिमा स्थल की खूबसूरती पर भी ग्रहण लग जाता है.