बलिया (उत्तरप्रदेश) :2012 Delhi gang-rape caseदिल्ली के निर्भया कांड की पीड़िता के परिजनों के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) द्वारा कथित रूप से बदसलूकी के मामले में जिला प्रशासन ने बुधवार को जांच के आदेश दिये हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रीतम मिश्र का निर्भया को लेकर बेतुका बयान सामने आया है. वीडियो में मुख्य चिकित्सा अधिकारी बोलते दिखाई दे रहे हैं कि निर्भया दिल्ली क्यों गई. निर्भया के गांव में किसी ने भी डॉक्टर की पढ़ाई तो की नहीं और यहां के लोगों को डॉक्टर चाहिए.
वीडियो में उन्होंने कहा कि पहले डॉक्टर की पढ़ाई करें, फिर इसी अस्पताल में डॉक्टर बन जाएं. इस गांव में डॉक्टर तो बनाया नहीं तो अस्पताल क्यों खुलवाया. हम कहां से डॉक्टर लाएं, जितने पद हैं, उतने डॉक्टर हैं नहीं.
Ballia:Verbal spat erupted b/w Chief Medical Officer of a primary healthcare center&relative of 2012 Delhi gang-rape case,after villagers sit on a protest demanding doctors&basic facilities at center. CMO says,"Who's Nirbhaya?If she was studying medicine,why did she go to Delhi?" pic.twitter.com/Y91dEx9SRj
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 12, 2020
वहीं CMO के बयान पर निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, इसका मतलब जो दिल्ली और मुबंई में पढ़ाई करने जाएगा तो उसका रेप होगा. उन्होंने कहा, स्वास्थ्य विभाग से मेरा निवेदन है कि उसे सस्पेंड करें.
उल्लेखनीय हैं कि निर्भया के पैतृक गांव में निर्भया के नाम पर अस्पताल बना है. इस अस्पताल में चिकित्सक की तैनाती व अव्यवस्था को दूर करने की मांग को लेकर ग्रामीण पिछले कई दिन से धरना दे रहे हैं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंगलवार धरना समाप्त कराने गांव गये थे. निर्भया के दादा ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर निर्भया को लेकर अनर्गल बयानबाजी करने व बदसलूकी का आरोप लगाया है.जिलाधिकारी हरि प्रताप शाही ने बताया कि उनको मीडिया के जरिये इस मामले की जानकारी मिली है. उन्होंने इस मामले की जाँच के आदेश दिए हैं. जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.