बेटियों को न समझें बेटों से कम, खूब पढ़ाएं
बलिया : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलिया की ओर से देवकली स्थित पंचायत भवन के प्रांगण में सोमवार को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि प्राधिकरण की सचिव रिचा वर्मा ने घरेलू हिंसा और किशोर न्याय से संबंधित कानून के बारे में उपस्थित लोगों को जागरूक किया. उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर उदाहरण […]
बलिया : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलिया की ओर से देवकली स्थित पंचायत भवन के प्रांगण में सोमवार को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि प्राधिकरण की सचिव रिचा वर्मा ने घरेलू हिंसा और किशोर न्याय से संबंधित कानून के बारे में उपस्थित लोगों को जागरूक किया. उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर उदाहरण के साथ लोगों बारीकी से समझाया. वर्मा ने क्षेत्र के मलिन बस्तियों में घूमकर भी कानून के बारे में जानकारी दी.
देवकली गांव स्थित पंचायत भवन परिसर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें रिचा वर्मा ने कहा कि बेटियों को बेटे से कम नहीं समझें. दहेज की चिंता न करें. उनकी पढ़ाई लिखाई भरपूर करें, ताकि पढ़-लिख कर वह शिक्षित बन जाए और दहेज रहित विवाह करे. उन्होंने उपस्थित अभिभावकों को कहा कि धन संचय की चिंता ना करें और अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दें, जिससे भविष्य में आगे चलकर बेटियां बड़े-बड़े पदों पर आसीन हों और अपने माता-पिता समेत गांव-जिला का नाम रोशन करें. वर्मा ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला स्तर पर हर जगह खोला गया है.
इस प्राधिकरण के माध्यम से जमीन विवाद, घरेलू हिंसा, बैंक का कर्ज विवाद, पति-पत्नी का झगड़ा सहित हर तरह की समस्या का निस्तारण किया जाता है. किसी प्रकार की दिक्कत परेशानी हो, तो सबसे पहले इस प्राधिकरण का सहारा लें. दोनों पक्षों को बुलाकर मामला खत्म कर दिया जाए, अन्यथा कोर्ट का सहारा लेने पर पैसे का खर्च समय का नुकसान होता है.
उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों को संदेश दिया कि गांव में सबसे पहले सफाई पर ध्यान दें. सफाई की अपने घर से शुरुआत करें, जिससे स्वच्छता का बढ़ावा मिल सके. सफाई होने से अन्य बीमारियों से बचा जा सकता है. डेंगू, मलेरिया समेत विभिन्न बीमारियों से बचा जा सकता है. इस प्रकार विभिन्न समस्याओं को खत्म करने के लिए उन्होंने उपस्थित लोगों से अपनी बात रखी.