तबादले को लेकर विधायकपुत्र ने किया हंगामा

बैरिया : स्थानीय तहसील परिसर में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी का माहौल हो गया जब सत्ताधारी दल के विधायक सुरेंद्र सिंह के पुत्र विद्याभूषण सिंह उर्फ हजारी ने हंगामा कर दिया. विधायक के पुत्र विकासखंड रेवती के जमधरवा ग्राम पंचायत में तैनात बीएलओ संगीता यादव को हटाने की मांग कर रहे थे. हजारी का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2020 5:06 AM

बैरिया : स्थानीय तहसील परिसर में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी का माहौल हो गया जब सत्ताधारी दल के विधायक सुरेंद्र सिंह के पुत्र विद्याभूषण सिंह उर्फ हजारी ने हंगामा कर दिया. विधायक के पुत्र विकासखंड रेवती के जमधरवा ग्राम पंचायत में तैनात बीएलओ संगीता यादव को हटाने की मांग कर रहे थे. हजारी का आरोप था कि संगीता यादव भाजपा कार्यकर्ताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं कर रहीं है.

आरोप है कि विधायक के पुत्र ने प्रभारी रजिस्ट्रार राधेश्याम राम से मारपीट की. विधायक पुत्र द्वारा कानूनगो को मारने से नाराज तहसील कर्मियों ने कार्यालय का बहिष्कार किया. मौके पर पहुंचे एसडीएम ने उक्त कर्मी को अस्पताल भेज मेडिकल मुआयना कराया. हालांकि इस बाबत विधायक पुत्र का कहना है सिर्फ कहासुनी हुई है. मारपीट की बात सरासर गलत है.
बता दें कि रेवती विकास खंड के जमधरवा (झरकटहां) ग्राम पंचायत में तैनात बीएलओ संगीता यादव पत्नी संजय यादव को वहां से हटाने के लिए विधायक के पुत्र रजिस्ट्रार कानूनगो निर्वाचन से कही. देखते ही देखते विधायक पुत्र की आरके से कहासुनी हो गयी और मामला मारपीट तक आ पहुंचा.
इसकी सूचना एसडीएम ने बैरिया थाने को दी, जहां से कोतवाल सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गए. एसडीएम अशोक चौधरी का कहना है कि प्रकरण की जानकारी मैंने जिलाधिकारी को दे दिया है. जिलाधिकारी के निर्देशानुसार कानूनी कार्रवाई की जायेगी. इस बाबत कानूनगो का कहना है कि विधायक के पुत्र व उनके पांच-छह समर्थकों ने मेरे साथ बीएलओ को बदलने को लेकर मारपीट की है.
जबकि विधायक सुरेंद्र सिंह के पुत्र हजारी सिंह ने मारपीट के आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि सहासुनी हुई थी, कई बार कहने के बावजूद बीएलओ को नहीं बदला गया. जबकि वह उक्त बीएलओ भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों का नाम मतदाता सूची में नहीं दर्ज कर रही थी. इसकी सूचना पर उसे हटाने का आग्रह करने मैं गया था. जहां मारपीट का आरोप लगाकर बखेड़ा खड़ा किया गया है.
भाजपा कार्यकर्ताओं का नाम वोटर लिस्ट में शामिल न करने का आरोप लगाकर की गयी थी स्थानांतरण की मांग
विकास खंड रेवती के जमधरवा ग्राम पंचायत में तैनात है संजय यादव की बीएलओ पत्नी संगीता यादव
विधायक ने भी कहा था तबादले के लिए
उपजिलाधिकारी बैरिया अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह का भी एक महीना पहले फोन आया था कि उक्त बीएलओ को जल्द बदल दीजिए. बुधवार को विधायक के पुत्र हजारी सिंह हमारे ऑफिस में आकर कहा कि अभी तक बीएलओ बदला नहीं गया. उन्हें बताया गया कि उक्त बीएलओ को नोटिस दिया गया है.
उसको बिना सुने जाने नहीं हटाया जायेगा. कल बोर्ड परीक्षा के बाद इस प्रकरण को देखा जायेगा. तब विधायक पुत्र ने धमकी देते हुए कहा कि आज आरके राधेश्याम को आज सबक सिखाऊंगा. पांच मिनट बाद ही हजारी ने सात आठ लोगों की संख्या में आकर प्रभारी निर्वाचन राधेश्याम राम पर हमला कर मारपीट किया.
बीएलओ बनी विवाद का कारण
तहसील बैरिया में विवाद का मुख्य कारण यह रहा कि विकास खंड रेवती के ग्राम पंचायत जमधरवा की बीएलओ संगीता यादव पत्नी संजय यादव पर विधायक पक्ष के लोगों का आरोप था कि बीएलओ सिर्फ एक जाति विशेष का कार्य कर रही हैं. उसका तबादला कराने के लिए विधायक महीनों से उपजिलाधिकारी बैरिया सहित संबंधित विभाग के कर्मचारी पर लगातार दबाव बना रहे थे. उपजिलाधिकारी अशोक कुमार चौधरी द्वारा मामले को टालने पर विधायक पुत्र ने अपनी बात तू-तू मैं-मैं हुई फिर मामला मारपीट में तब्दील हो गया.
बोले विधायक, घटना निंदनीय, दोषी पर होगी कार्रवाई
बैरिया . तहसील परिसर में हुई घटना के बाबत विधायक सुरेंद्र सिंह का पक्ष जब मोबाइल पर लिया गया तो विधायक सुरेंद्र सिंह का कहना था कि घट निंदनीय है और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. कहा कि कर्मचारी भी मेरा है और पुत्र और कार्यकर्ता भी मेरे.
कहा कि तहसील परिसर में कर्मचारियों की स्थिति बहुत ही खराब है. बिना रिश्वत कोई कार्य नहीं करना चाहता. कहा कि उक्त बीएलओ को हटाने के लिए मैने भी एसडीएम को फोन किया था. विधायक को जब यह जानकारी दी गयी कि आपके पुत्र पर एससी एसटी का मामला दर्ज हो गया है तो कहा कि कर्मचारी पर भी मामला दर्ज होगा.
मामला दर्ज, विधायक के पुत्र सहित तीन नामजद
तहसील परिसर में निर्वाचन आरके से मारपीट करने के मामले में देर शाम बैरिया पुलिस ने विधायक के पुत्र सहित तीन पर नामजद मुकदमा कायम किया. कानूनगो राधेश्याम राम की की तहरीर पर पुलिस ने मणिभूषण सिंह, हजारी सिंह(विधायक पुत्र) व निखिल सिंह सहित सात अज्ञात पर 323, 504, 506, 332,147 व एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया.

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