मोदी के कार्यक्रम का किसानों ने किया विरोध

बलिया (उप्र) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक मई को यहां होने वाले कार्यक्रम से पहले ही मालदेपुर के किसानों ने अपनी जमीन पर बिना अनुमति कार्यक्रम की तैयारियां किये जाने पर विरोध प्रकट किया है. मालदेपुर जिला मुख्यालय के निकट बलिया-लखनउ राजमार्ग पर है. यहां के किसानों ने अपनी जमीन पर बिना अनुमति कार्यक्रम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2016 4:20 PM

बलिया (उप्र) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक मई को यहां होने वाले कार्यक्रम से पहले ही मालदेपुर के किसानों ने अपनी जमीन पर बिना अनुमति कार्यक्रम की तैयारियां किये जाने पर विरोध प्रकट किया है. मालदेपुर जिला मुख्यालय के निकट बलिया-लखनउ राजमार्ग पर है. यहां के किसानों ने अपनी जमीन पर बिना अनुमति कार्यक्रम की तैयारियां किये जाने पर विरोध प्रकट किया है. प्रधानमंत्री एक मई को यहां अपनी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘उज्जवला’ की शुरुआत करने आ रहे हैं.

पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा ने आज बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से मिले पत्र में बलिया दौरे की जानकारी दी गयी है. विशेष सुरक्षा समूह :एसपीजी: के अधिकारी भी कल बलिया पहुंच जाएंगे.उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की देखरेख के लिए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भी कल ही यहां पहुंच रहे हैं. उज्जवला कार्यक्रम के तहत पांच करोड गरीबों को मुफ्त में गैस कनेक्शन दिया जाएगा.इस बीच मालदेपुर के ग्राम प्रधान विनोद पासवान ने कहा कि कार्यक्रम स्थल पर किसानों और ग्राम समाज की भूमि है. बिना अनुमति के इस जमीन पर कार्य किया जा रहा है.
किसानों का कहना है कि कार्यक्रम के कारण परवल और टमाटर की फसल को नुकसान होगा. किसानों का यह आरोप भी है कि लोकसभा चुनाव के समय यहां मोदी की रैली हुई थी. उस समय मुआवजा देने की बात कही गयी थी लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिला.उधर पूर्वांचल पीपुल्स पार्टी ने मोदी के कार्यक्रम के विरोधस्वरुप काली पतंगें उडाने का ऐलान किया है.
पार्टी अध्यक्ष अनूप पाण्डेय ने कहा कि पिछडेपन, भुखमरी और बेरोजगारी का सामना कर रहे पूर्वांचल के लिए भाजपा सरकार ने कुछ नहीं किया जबकि लोकसभा चुनाव में पूर्वांचल में आजमगढ को छोड बाकी सभी सीटों पर जनता ने भाजपा प्रत्याशियों को विजयी बनाया था.उन्होंने आरोप लगाया कि गरीबों की मदद की आड में मोदी भाजपा के चुनाव अभियान की शुरुआत करने आ रहे हैं.उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव 2017 में होने हैं.

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