बरेली : वैश्विक महामारी बनकर उभरे कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग में सभी एकजुट हो चुके हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सुरक्षा और सतर्कता के लिए पहले ही गाइडलाइन जारी कर रखी है. वहीं, सोशल मीडिया पर तेजी से कुछ ऐसे मैसेज वायरल हो रहे हैं जो लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. यू-ट्यूब पर भी ऐसे वीडियो की भरमार है जो कोरोना का इलाज बताने का दावा कर रहे हैं. इन चैनल्स पर पिछले एक माह में 10 लाख तक सब्सक्राइबर तक बढ़ गये हैं और ऐसे तमाम फर्जी चैनल पर सब्सक्राइबर की गिनती भी बढ़ती जा रही है. लोगों को इससे बचना चाहिए और आधिकारिक सूचनाओं पर ही ध्यान देना चाहिए.कोरोना के सवालों के लिए फर्जी एप और नंबरों से बचेंडब्ल्यूएचओ से लेकर सरकार, शासन-प्रशासन तक कोरोना से जुड़ी जानकारियां देने के लिए कई माध्यमों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इन दिनों अधिकांश लोग घर में हैं और इंटरनेट पर समय बिता रहे हैं.
ऐसे में कई फर्जी है एप, वेबसाइट और नंबर भी आ गये हैं जो जानकारी देने का दावा करते हैं. ऐसे फर्जी फोन नंबरों से सावधान रहने की जरूरत है.तकनीक से करें सरकार और खुद की मददतकनीक के माध्यम से अपनी और सरकार की मदद की जा सकती है. सरकार ने फेसबुक पर हेल्पलाइन पेज, वाट्सएप पर हेल्पलाइन नंबर और प्ले स्टोर पर एप जारी किये हैं. इनसे जुड़कर सटीक जानकारी प्राप्त की जा सकती है.एप : कोरोना कवचप्ले स्टोर से कोरोना कवच एप डाउनलोड करें. इस पर मोबाइल नंबर दर्ज करके अकाउंट बनाएं. एप लोकेशन के आधार पर कोरोना मरीजों ट्रैक्टर यूजर को आधा करता है ताकि मरीज के आसपास होने पर सावधानी बरत सकें. यह एप कोरोना से जुड़ी जानकारी भी देता है.वाट्सएप पर पाएं सटीक जानकारी9013151515 पर सेव करें. इस पर ‘Namaste’ लिखकर मैसेज भेजें. हेल्पलाइन नंबर, कोरोना मरीजों के आंकड़े, वायरस से जुड़ी जानकारियां, जोखिम कम करने के तरीके, एम्स के विशेषज्ञों की सलाह, सावधानियां आदि.
हिंदी और अंग्रेजी में जानकारियां मिलेंगी. डब्ल्यूएचओ भी +41798931892 नंबर पर ‘Hi’ वाट्सएप करें. वायरस से जुड़े नए आंकड़े, खबरें, दान देने के विकल्प आदि जानकारियां.क्या कहते हैं विशेषज्ञएनआइसी बरेली के तकनीकी निदेशक मनोज शर्मा ने बताया कि सेहत खराब होने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. सोशल मीडिया पर इलाज ढूंढना खतरनाक हो सकता है. क्योंकि तमाम फर्जी वेबसाइट पर दी जाने वाली कोई जानकारी का आधार नहीं होता. सरकार की अधिकृत वेबसाइट से ही सूचना प्राप्त करें और उस पर जारी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए.