कोरोना को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर खुफिया अलर्ट, मस्जिदों पर निगरानी

सिद्धार्थनगर : कोरोना संक्रमित संदिग्ध नेपाल रास्ते भारत में प्रवेश कर सकते हैं. इसे लेकर भारत-नेपाल सीमा पर खुफिया विभाग अलर्ट हो गया है. खासकर सीमाई क्षेत्र के दोनों तरफ संदिग्ध मस्जिदों पर निगाह रखी जा रही है, जहां पर ऐसे संक्रमित लोगों के छिपे होने का अंदेशा है.पहले से ही आइएसआइ गतिविधियों के चर्चित […]

By Prabhat Khabar News Desk | April 12, 2020 12:11 AM

सिद्धार्थनगर : कोरोना संक्रमित संदिग्ध नेपाल रास्ते भारत में प्रवेश कर सकते हैं. इसे लेकर भारत-नेपाल सीमा पर खुफिया विभाग अलर्ट हो गया है. खासकर सीमाई क्षेत्र के दोनों तरफ संदिग्ध मस्जिदों पर निगाह रखी जा रही है, जहां पर ऐसे संक्रमित लोगों के छिपे होने का अंदेशा है.पहले से ही आइएसआइ गतिविधियों के चर्चित रहा बहादुरगंजनेपाल के कृष्णानगर से निकट स्थित बहादुरगंज में आइएसआइ की गतिविधियां पहले से मिलती रही हैं. चीन से नेपाल में भी आवागमन सुगम है. अब कोरोना संक्रमित संदिग्धों के भारत में घुसने का इनपुट मिलने पर नेपाल सीमा पर तैनात भारतीय एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है.

दरअसल खुफिया विभाग को यह इनपुट मिले थे कि 40 से 50 लोगों का कोरोना संक्रमित जत्था भारत में प्रवेश कर सकता है. सशस्त्र सीमा बल ने यह अंदेशा जताया था. नेपाल से कोरोना पॉजिटिव लोगों को भारत में भेजने की कोशिश की जा रही थी.सब्‍जी मंडी और किराना दुकानों पर पहुंचने की योजनासूत्र बताते हैं कि एसएसबी को सूचना मिली थी कि नेपाल की खुली सीमा के रास्ते संक्रमित लोग भारतीय सीमा में प्रवेश करेंगे और फिर देश के अलग-अलग हिस्सों में घूमकर संक्रमण फैलायेंगे. साजिश यूपी और बिहार के अलग-अलग जिलों में जाने की रही. जो नेपाल से सटे है. इनका अलग-अलग इलाकों में पहुंचकर वहां के सब्जी मंडी, किराना दुकानों पर पहुंचने की है. इनके टारगेट पर भीड़-भाड़ वाले इलाके हैं, जहां पर वह आसानी से कोरोना वायरस को फैला सकते हैं.मिर्जा दिलशाद बेग का शार्गिद रहा है जालिम मुखियाइस मामले में पूर्व नेपाली सांसद व आइएसआइ एजेंट दिलशाद बेग मिर्जा दिलशाद बेग का किसी समय शागिर्द जालिम मुखिया का नाम आ रहा है, जो भारत विरोधी कार्यों में संलिप्त रहा है. नेपाल के पूर्व सांसद मिर्जा दिलशाद बेग की हत्या के बाद यह अलग हो गया था लेकिन इसका संपर्क नेपाल में रह रहे आइएसआइ एजेंटों रहा है.

इस पूरे मामले में जालिम मुखिया का नाम आने के बाद उसकी कुंडली खंगाली जा रही है.जाली नोटों का भी सौदागर है जालिमजालिम मुखिया नेपाल के परसा जिले का रहने वाला है और एक कुख्यात हथियार तस्कर है. एसएसबी ने उसके बारे में कई जानकारी जुटाई है. जालिम मुखिया जाली नोटों की तस्करी के साथ वाहन चोरी का भी सरगना बताया जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि जालिम मुखिया की साजिश की जानकारी खुफिया तंत्र के जरिये भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी को लगी थी. एसएसबी 47 बटालियन ने इसकी रिपोर्ट केंद्रीय कार्यालय में दी थी. इसके बाद बॉर्डर पर तैनात सभी एसएसबी बटालियन को अलर्ट कर दिया गया है. इसे लेकर सिद्धार्थनगर पुलिस की निगाह भी बॉर्डर क्षेत्र पर बनी हुई है.मस्जिदों पर खास निगरानीडीएम दीपक मीणा और पुलिस अधीक्षक विजय ढुल ने सीमा क्षेत्र के मस्जिदों पर खास निगरानी बढ़ा दी है. दोनों अधिकारी नेपाल के अधिकारियों से लगातार संपर्क में भी हैं. सभी थानेदार अपने सीमाई क्षेत्र के मस्जिदों पर भी लगातार नजर रख रहे हैं. जिले के एक मस्जिद में मेरठ के 14 लोगों को क्वारंटाइन कराया गया है. इनके बारे में भी पुलिस गहन छानबीन कर रही है. थानेदारों से कहा गया है कि सुरक्षा को लेकर वह सूचना तंत्र को एक्टिव करने के साथ खुफिया निगरानी भी बढ़ा दें. संदिग्धों की तलाश और उनसे पूछताछ की जाये. नेपाल सीमा पर दिखाई देने वाले संदिग्धों की पड़ताल की जाये. बताया जा रहा है कि ऐसे संदिग्धों की आइडी व उनसे जुड़ी अन्य जानकारी लेने को कहा गया है.कोई भी भारतीय सीमा में प्रवेश नहीं पायेगासिद्धार्थनगर के पुलिस अधीक्षक विजय ढुल का कहना है कि नेपाल-भारत सीमा के क्षेत्र सभी थानेदारों को निर्देश दिये गये हैं कि किसी भी दशा में कोई संदिग्ध भारतीय सीमा में प्रवेश न कर पाये. बॉर्डर पूरी तरह से सील है. नेपाल के अधिकारियों के साथ भी बैठक हो चुकी है. खुली सीमा पर भी पुलिस निगाह रखी हुई है.मिले हैं सख्‍त निगरानी के निर्देशइस संबंध में एसएसबी 43 बटालियन के डिप्टी कमांडेंट पी मंगलम का कहना है कि भारत-नेपाल बॉर्डर पर सख्त निगरानी के निदेश मिलें हैं. कोई भी कोरोना से संक्रमित संदिग्ध व्यक्ति भारत में प्रवेश नहीं कर पायेगा. सुरक्षा के प्रबंध चाक चौबंद है. हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.

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