धनंजय पांडेय, बलिया : कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए देशभर में लागू लॉकडाउन छात्र-छात्राओं के दिमाग पर बुरा असर डाल सकता है. इस आशंका को देखते हुए यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को टास्क दिया है कि वे अपने विद्यार्थियों को मेंटली स्ट्रांग बनायें. उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए ऑनलाइन काउंसेलिंग की जिम्मेदारी दी गयी है. पढ़ाई ठप होने और लगातार घर में पड़े रहने से कोर्स पिछड़ने का भय सताने लगा है. यूजीसी की पहल के बाद लॉकडाउन से छात्रों का कैरियर अधर में नहीं पड़ेगा. विवि प्रशासन सभी पीजी व यूजी के छात्रों को आनलाइन काउंसलिग करेगा, ताकि लॉकडाउन के कारण छात्र-छात्राओं पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े.
ऑनलाइन कोर्स के जरिए छात्रों को पढ़ाई से जोड़े रखने की पहल के बाद यूजीसी ने अब छात्रों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने का टास्क विश्वविद्यालय प्रशासन को दिया है. इसका उद्देश्य यह है कि लॉकडाउन में घरों में रहने और पढ़ाई पूरी नहीं होने का असर छात्रों के दिमाग पर नहीं पड़े. जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि नियमित पढ़ाई नहीं होने, कोर्स पूरा नहीं होने और लगातार घर में रहने से छात्रों के दिमाग पर असर पड़ सकता है. यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को लॉकडाउन में छात्र-छात्राओं की काउंसेलिग करने का आदेश दिया है.
माना जा रहा है कि लॉकडाउन के लंबा रहने पर छात्र अपने करियर को लेकर चितित हो जायेंगे. काउंसेलिग से उन्हें निजात मिलेगी. विवि की ओर से मनोविज्ञान के सभी शिक्षकों की सूची और मोबाइल नंबर वेबसाइट पर अपलोड करने का सुझाव दिया गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर छात्र सहयोग ले सकें. यूजीसी ने जारी किया टॉल फ्री नंबर छात्रों को मानसिक रूप से स्वस्थ बनाए रखने के लिए यूजीसी ने हेल्पलाइन नंबर के साथ ही जरूरी गाइडलाइन भी जारी की है. छात्र भले हॉस्टल में हो या अपने घरों में, उन्हें तनाव से दूर रखने के लिए यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को जिम्मेदारी सौंप दी गयी है. यूजीसी ने कहा है कि मौजूदा लॉकडाउन और उसके बाद भी छात्रों को तनाव से दूर रखना होगा.
इस दिशा में यूजीसी ने 0804611007 हेल्प लाइन नंबर जारी किया है. यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को यूनिवर्सिटी मॉनिटरिंग पोर्टल पर अपना एक्शन प्लान और लगातार चल रही गतिविधियों की जानकारी देने को भी कहा है. कॉलेजों में बनाना होगा कोविड 19 ग्रुपछात्रों को मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए यूजीसी ने कॉलेजों में कोविड 19 ग्रुप बनाने का भी निर्देश दिया है. इसकी निगरानी वार्डन या सीनियर फैकल्टी को करनी है. छात्रों की मदद के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से तैयार वीडियो मैसेज साझा किया जायेगा. साथ ही विशेषज्ञों की ओर से जारी वीडियो भी छात्रों को दिखाने की बात कही गयी है. विश्वविद्यालयों को काउंसलर नियुक्त करने के साथ ही टेलीफोन, ईमेल, डिजिटल प्लेटफॉर्म, सोशल नेटवर्क के जरिये बातचीत कायम रखने का भी सुझाव दिया है.