Bareli News : बारिश से फसल बर्बाद, बरेली के किसानों को राहत पहुंचाने में जुटा कृषि विभाग

Bareli News : जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में बारिश से फसल बर्बाद होने के कारण बरेली के 82 किसानों ने सीधे आवेदन किया है. कृषि विभाग इनकी फसलों का कृषि विभाग की टीम लगाकर सर्वे करा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 22, 2021 11:36 AM

बरेली : जनपद बरेली में पिछले दिनों हुई बारिश से किसानों की धान की फसल पानी में डूब गई है. फसल बर्बाद होने से किसान काफी दुखी हैं. मगर,कृषि विभाग बर्बाद फसल वाले किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलाने की कवायद में जुट गया है. जिन किसानों की फसलें पानी में डूब गई हैं. ऐसे किसानों का सर्वे शुरू करा दिया गया है. बरेली में 400-450 किसान हैं.

लेकिन मात्र 12000 किसानों ने खरीफ फसलों का बीमा कराया था. इन किसानों को पूरी फसल बर्बाद के साथ ही कम उत्पादन पर भी फसल बीमा योजना का लाभ मिलेगा. हालांकि जिले में लगभग तीन लाख किसान धान की फसल करते हैं. बाकी किसानों का प्रशासन की तरफ से सर्वे कराया जा रहा है.जिससे राजस्व विभाग की तरफ से फसल बर्बाद होने पर मुआवजा दिलाया जा सके.

कृषि विभाग में 82 किसानों का आवेदन

जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में बारिश से फसल बर्बाद होने के कारण बरेली के 82 किसानों ने सीधे आवेदन किया है. कृषि विभाग इनकी फसलों का कृषि विभाग की टीम लगाकर सर्वे करा रहा है. जांच रिपोर्ट आने के बाद किसानों को लाभ दिलाया जाएगा. जिला कृषि अधिकारी ने बताया की जिन किसानों के आवेदन आएंगे. उन सभी किसानों को मुआवजा दिलाने की कोशिश होगी.

बीमा कंपनी मालामाल, अन्नदाता कंगाल

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना स्वैच्छिक है. मगर इसके बाद भी किसान इस पर भरोसा नहीं करते. बरेली के किसान कहते हैं. यह बीमा कंपनियां हर साल प्रीमियम कटौती का खजाना भर लेती हैं. मगर फसल बर्बाद होने के बाद सर्वे के नाम पर इतने मानक बना दिए गए हैं कि इन मानक को कोई किसान पूरा नहीं कर पाता. इसलिए फसल बीमा का लाभ नहीं मिला पाता है.इसीलिए किसानों का फसल बीमा योजना से भरोसा उठता जा रहा है.

यह कहते हैं अफसर

जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि किसानों की बर्बाद फसल का सर्वे शुरू करा दिया गया है. बीमा कंपनियों के साथ कृषि विभाग की टीम भी लगाई गई है. इससे एक-एक किसान की फसल का सर्वे हो सके.इसके बाद प्राथमिकता के आधार पर लाभ दिलाया जाएगा.

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