Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली में स्मार्ट सिटी के नाम पर सड़कों के किनारे लगे पुराने पेड़ लगातार काटे जा रहे हैं. वहीं इनके स्थान पर नए पेड़ नहीं लगाए गए हैं. इससे खफा पर्यावरण प्रेमियों ने सोमवार को कमिश्नर ऑफिस में विरोध-प्रदर्शन किया. सिटी मजिस्ट्रेट राजीव पांडे ने पर्यावरण प्रेमियों को नए पेड़ ना काटने का भरोसा दिलाया. इसके साथ ही जल्द अफसरों के साथ बैठक कर शहर में पौधरोपण की योजना पर काम करने की बात कही.
देश की 100 स्मार्ट सिटी में बरेली का भी चयन हुआ है, लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बरेली की सड़कों पर 50 से 100 वर्ष पुराने पेड़ों को काटने का काम लगातार चल रहा है. इसके लिए वन विभाग से कोई एनओसी भी नहीं ली गई. इससे खफा पर्यावरण प्रेमी और प्रकृति के संरक्षण की दिशा में काम करने वाले शहर के लोगों ने सोमवार को कमिश्नर ऑफिस में स्थित शहीद स्मारक पर विरोध प्रदर्शन किया.
सपा प्रवक्ता मयंक शुक्ला मोंटी ने कहा कि नगर निगम सड़कों किनारे लगे पेड़ों को लगातार काट रहा है. इससे आने वाले समय में इंसानों के लिए ऑक्सीजन की कमी होना तय है. बरेली में पहले ही काफी कम पेड़ बचे हैं, लेकिन इनको लगाने के बजाय निरंतर पेड़ काटे जा रहे हैं.
प्रदर्शन के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट राजीव पांडे ने पर्यावरण प्रेमियों से बात की. इन लोगों को समझाया. उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी विभागों के प्रमुख अफसरों के साथ बैठक कर पेड़ों के काटने पर रोक लगाई जाएगी. पौधारोपण को बढ़ावा देने की बात कही.
इस दौरान हरीश भल्ला, समयून खान, इंतखाब आलम, इसराफिल राशमी समेत प्रमुख लोगों ने पेड़ों को काटने के बजाय शिफ्ट करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि पेड़ों के काटने से आने वाले समय में बड़ी दिक्कत होगी. रेहान अहमद, प्रतीक शर्मा, निशी, हिमांशी शर्मा ने कहा कि पेड़ों का कटान बंद न करने पर बड़े आंदोलन की धमकी दी. इसके लिए जल्द रूपरेखा तैयार करने की बात कही.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद