बरेली : मुसलमानों के मुकद्दस माह रमजान का चांद गुरुवार शाम दिखाई दे गया है. जिसके चलते शुक्रवार यानी 24 मार्च को पहला रोजा होगा. मगरिब की नमाज के बाद रमजान का चांद देखने को लोगों की मस्जिद, और घरों की छतों पर भीड़ लगी थी. चांद देखने के बाद लोगों ने एक दूसरे को रमजान की मुबारकबाद दी. बधाइयों का सिलसिला देर रात तक सोशल मीडिया पर चला.इसके साथ ही मस्जिदों में तरावीह की नमाज शुरू हो गई है.रमजान के शुरू होते ही बाजारों में फेनी, ब्रेड, खजला, सेवई आदि की बिक्री शुरू हो गई है.इसके साथ ही शहर के तमाम होटल पर रात को सेहरी का भी इंतजाम किया गया है.दरगाह आला हजरत के सजाजनाशीन ने मुबाराबाद दी.
माह रमज़ान का आगाज़ रहमत के आशुरे के साथ हो गया है.इसके बाद सभी दरगाहों,खानकाहों व शहर की सभी छोटी, और बड़ी मस्जिदों में नमाज़-ए-तरावीह भी शुरू हो गई.रमजान के एक महीने बाद खुशियों का त्यौहार ईद मनाई जाएगी.दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि चांद के ऐलान के बाद मुसलमानों ने सभी को एक दूसरे को रमज़ान शरीफ की मुबारकबाद दी.इसके साथ ही इबादत का सिलसिला शुरू हो गया.
आला हजरत दरगाह के प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने सभी देशवासियों को रमज़ान की मुबारकबाद दी.सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां ने रमज़ान की फ़ज़ीलत बयान करते हुए कहा कि अल्लाह के रसूल ने इरशाद फरमाया कि ” जो शख़्स बग़ैर बीमारी या बग़ैर उज़्र (ज़रूरत) के रमज़ान का रोज़ा तोड़ दे,फिर वह सारी उम्र भी रोज़ा रखे तो उस रोज़े का सवाब हासिल नही कर सकता.
सजादनशीन ने कहा कि मुसलमान खुशदिली के साथ पूरे महीने रोज़े रखें. आगे कहा कि रमज़ान में जन्नत के दरवाज़े खोल दिये जाने का मतलब है, नेक अमल की तौफ़ीक़,और जहन्नम के दरवाज़े बंद किये जाने का मतलब है,रोज़ेदारों को शरीयत ने जिन बातों से रोका है. उनसे अपने आप को बचाना.
सुन्नी मरकज दरगाह आला हजरत की रुयाते हिलाल कमेटी रमजान के चांद का ऐलान करेगी.हालांकि, चांद हो गया है.इसलिए ग्रांट मुफ्ती ऑफ इंडिया मौलाना असजद रजा खां की कयादत में चांद का ऐलान कुछ देर में किया जाएगा. जल्द रमन
पहला रोज़ा (24 मार्च 2023)
सहरी -4:49 बजे सुबह
इफ्तार-6:29 बजे शाम
दूसरा रोज़ा (25 मार्च 2023)
सहरी -4:48 बजे सुबह
इफ्तार -6.30 बजे शाम
रिपोर्ट-मुहम्मद साजिद बरेली