आगरा. आगरा में भाजपा नेता को गोली मारने वाले तीन बदमाशों के साथ पुलिस की देर रात को मुठभेड़ हो गई. इसमें दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए और एक बदमाश को पुलिस ने पकड़ लिया. घायल दोनों बदमाशों को पुलिस ने एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कर दिया. पूछताछ में बदमाश में पुलिस को बताया कि भाजपा नेता राकेश कुशवाहा के बहनोई और उसकी पत्नी ने इन्हें भाजपा नेता को मारने की सुपारी दी थी.
पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि भाजपा नेता के बहन और बहनोई ने जमीन के विवाद के चलते भाजपा नेता की हत्या के लिए 6 लाख की सुपारी दी थी. और दो तमंचा और नई बाइक खरीद कर भी दी थी. इसके बाद हम लोगों ने 6 दिन ऑटो और बाइक से भाजपा नेता की रेकी की और उसके बाद घटना को अंजाम दिया.
आपको बता दे 11 दिन पहले विजयनगर में घर के बाहर खड़े भाजपा नेता राकेश कुशवाहा को दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी थी. और इस वारदात का एक सीसीटीवी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. घटना की सूचना के बाद भाजपा नेता को गंभीर हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.
भाजपा नेता के साथ हुई वारदात के बाद पुलिस टीम बनाकर जगह-जगह बदमाशों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही थी. शनिवार रात को पुलिस को सूचना मिली कि भाजपा नेता को गोली मारने के मामले में शामिल बदमाश आगरा में है. इसके बाद पुलिस और एसओजी की टीम ने ट्रांसपोर्ट नगर में बदमाशों की घेराबंदी शुरू कर दी. इसके बाद बदमाशों ने अपने आप को घिरता हुआ देखकर पुलिस पर फायरिंग करना शुरू कर दिया. पुलिस द्वारा जवाबी फायरिंग की गई. जिसमें बदमाश सनी और कृष्ण के पैर में गोली लग गई. वहीं तीसरे बदमाश शिवा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि यह तीनों बदमाश हाथरस के सिकंदरा राव के रहने वाले हैं.
पुलिस ने गैंग में शामिल बदमाश कृष्णा से पूछताछ की कृष्ण इस गैंग का शूटर है. उसने बताया कि राकेश कुशवाहा की हत्या के लिए उसके बहनोई रामकुमार और बहन रामकुमार की पत्नी हेमलता ने ₹600000 की सुपारी दी थी. यह दोनों लोग टेढ़ी बगिया में रहते हैं. बदमाश ने बताया कि वह और उसके दोनों साथी जुलाई में काम की तलाश में आगरा आए थे. काम न मिलने पर उन्होंने रामकुमार से संपर्क किया तो रामकुमार उन्हें अपने घर पर ले गया. रामकुमार ने बदमाशों को काम दिलाने की बात कह कर भाजपा नेता राकेश के बारे में बताया और कहा कि राकेश ने हमें बहुत परेशान कर रखा है. उसने हमारी प्रॉपर्टी के फर्जी कागज बनाकर कब्जा कर लिया है. प्रॉपर्टी होते हुए भी हम किराए के मकान में रह रहे हैं. तुम लोग राकेश को हमारे रास्ते से हटा दो हम तुम तीनों को दो-दो लाख यानी ₹600000 देंगे. इसके बाद हम लोग रुपयों के लालच में आ गए और हत्या करने के लिए तैयार हो गए.
शूटर कृष्ण ने बताया कि तीन-चार दिन बाद रामकुमार और हेमलता ने एक ऑटो में बैठकर हम लोगों को राकेश की दुकान और घर दिखाए. यही नहीं दुकान के बाहर खड़े राकेश को भी दिखाया. इसके बाद आने जाने वाले रास्तों को दिखाया की वारदात के बाद कहां से निकाल कर भागना है. फिर हम लोगों ने 5 दिन और ऑटो से रेकी की. इसके बाद रामकुमार ने हमें घटना को अंजाम देने के लिए हाथरस से नई बाइक दिलवाई और ₹20000 दिए. साथ ही दो तमंचे भी दिए और कहा कि बाकी रकम हत्या के बाद दे दूंगा.
कृष्णा ने बताया कि घटना की प्लानिंग के आधार पर मैं और शनि हत्या के लिए घर से बाइक से रवाना हुए. फिर हम रास्ते में पीपल के पेड़ के नीचे राकेश का इंतजार करने लगे. थोड़ी देर बाद राकेश उधर से गुजरा तो मैं घबरा गया गोली चलाने की हिम्मत नहीं हो रही थी. फिर हम लोग बाइक लेकर आगे निकल गए. कुछ दूर जाने पर शनि ने कहा कि तू डर क्यों रहा है गोली तो मुझे चलानी है. इसके बाद फिर से हमने भाजपा नेता की ओर बाइक घुमा दी.
भाजपा नेता के दुकान पर पहुंचने पर शनि ने दोनों हाथ में तमंचा लिया. फिर दुकान के बाहर खड़े राकेश पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जब वह गिर पड़े तो हम लोग वहां से भाग निकले और सुल्तानगंज की पुलिया होते हुए अपने कमरे पर पहुंचे. और वहां से सामान लेकर निकल गए. इसके बाद सुपारी देने वाले रामकुमार ने फोन कर बदमाशों को बताया कि राकेश मरा नहीं है.