अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में वीसी को लेकर विवाद, रेगुलर नियुक्ति के लिए सांसद ने राष्ट्रपति को भेजा पत्र
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में रेगुलर कुलपति की मांग तूल पकड़ती जा रही है. मुरादाबाद के सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने सोमवार को एएमयू में कुलपति पैनल बनाने की मांग को लेकर राष्ट्रपति को पत्र लिखा है.
अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में रेगुलर कुलपति की मांग तूल पकड़ती जा रही है. मुरादाबाद के सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने सोमवार को एएमयू में कुलपति पैनल बनाने की मांग को लेकर राष्ट्रपति को पत्र लिखा है. मांग की है कि कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज को AMU कोर्ट के माध्यम से निर्वाचित नाम का एक पैनल बनाने का निर्देश दिया जाए. इसके बाद पैनल का नाम राष्ट्रपति को भेजा जाए . राष्ट्रपति एएमयू का रेगुलर कुलपति नियुक्त करेगी.
रेगुलर कुलपति की मांग पकड़ रही है जोरएएमयू के रेगुलर कुलपति के लिए की जा रही मांग जोर पकड़ती जा रही है. इससे पहले राज्यसभा सांसद जावेद अली खान ने भारत के राष्ट्रपति, जो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की विजिटर भी हैं, को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था. एएमयू में रेगुलर कुलपति की मांग को लेकर पिछले कुछ महीनों से परिसर में बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन भी किये गये. शिक्षकों और छात्रों ने नियमित कुलपति की मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए कई विरोध मार्च भी निकाले और धरना भी दिया. वहीं छात्रों और शिक्षकों ने मीटिंग में तय किया है कि विजिटर (राष्ट्रपति) को कुलपति के नाम का पैनल नहीं भेजा जाता है तो विश्वविद्यालय के संस्थापक दिवस जिसे, 17 अक्टूबर को पूर्व छात्रों द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है, को एएमयू बचाओ दिवस घोषित करने का भी संकल्प लिया गया है.
मुरादाबाद के सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने कहा है कि पिछले 6 सालों से विश्वविद्यालय में लोकतांत्रिक प्रक्रिया नहीं अपनाई जा रही है. पूर्व कुलपति डा तारिक मंसूर ने भी डेमोक्रेटिक प्रक्रिया नहीं अपनाई. रुटीन सिलेक्शन कमेटी नहीं होने से शिक्षकों और नॉन टीचिंग की भर्तियां नहीं हो पा रही है. पूर्व कुलपति डॉक्टर तारिक मंसूर ने कार्यकाल पूर्ण होने के बाद एक साल का एक्सटेंशन लिया था. उसके बाद डॉक्टर तारिक मंसूर उत्तर प्रदेश में विधान परिषद के सदस्य बन गये. वहीं प्रो वीसी बनाए गए प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज भी परमानेंट कुलपति के पैनल गठन करने में गंभीरता नहीं दिख रहे हैं. पांच महीने से ज्यादा हो गए. कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज ने कोई कवायद नहीं की है. मुरादाबाद सांसद डा एसटी हसन ने महामहिम राष्ट्रपति से अपील की है कि बिना किसी देरी के एएमयू में कुलपति पैनल के गठन का निर्देश दें.