मथुरा. ब्रज में भी धार्मिक स्थलों पर ड्रेस कोड लागू हो गया है. इसकी शुरुआत सप्त देवालय कहे जाने वाले ठाकुर राधा दामोदर मंदिर से हो गयी है. इस मंदिर में अब उन लोगों को प्रवेश नहीं मिलेगा जो छोटे, भड़कीले (अमर्यादित वस्त्र ) कपड़े पहनकर आएंगे.मंदिर के गेट पर ही पुरुष और महिलाओं से ऐसे वस्त्र ना पहन कर आने की अपील करता हुआ बोर्ड लगा दिया गया है. ठाकुर राधाबल्लव मंदिर के सेवायत मुकेश बल्लभ गोस्वामी ने कहा कि मर्यादित वस्त्र पहन कर आने की मंदिरों में जो अपील की गई है वह काफी सही है. सभी मंदिरों में ऐसा नियम लागू होना चाहिए. मंदिर की अपनी एक वेशभूषा होती है लेकिन आजकल लोगों द्वारा फूहड़पन फैलाई जा रही है.
ठाकुर राधा दामोदर मंदिर के सेवायत पूर्ण चंद गोस्वामी कहते हैं, हमारी संस्कृति और शास्त्रों में मंदिर में ऐसे वस्त्र पहन कर आना अशोभनीय है. कई मंदिर के संचालकों ने भी इस तरह के अशोभनीय वस्त्र पहनकर आने वालों श्रद्धालुओं पर रोक लगाने की शुरुआत की है. देश के कई हिस्सों में मंदिर में अमर्यादित वस्त्र पहन कर आने पर पाबंदी लगाई गई है और मर्यादित वस्त्र पहनने का आह्वान किया गया है.
बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधक का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर अमर्यादित वस्त्र पहन कर नहीं आना चाहिए. श्रद्धालुओं को मंदिर की परंपरा के बारे में भी ध्यान रखना चाहिए इस तरह के वस्त्र पहनकर आना काफी अशोभनीय होता है. मंदिर के अलावा कोई भी वस्त्र धारण करें यह आपका निजी मामला है. लेकिन मंदिर एक धार्मिक स्थल है जहां पर इस तरह से वस्त्र पहनना सही नहीं है और यह सनातन संस्कृति और परंपरा के खिलाफ है.