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Gorakhpur : सीएम योगी ने वनटांगियों के संग मनाई दीपावली, वनवासियों को दिया153 करोड़ का ‘ गिफ्ट ‘

सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को गोरखपुर के वनटांगिया गांव पहुंचे. यहां वनवासियों के बीच दीपावली मनाई. इस परंपरा का लगातार निर्वहन करते चले आ रहे सीएम योगी ने 153 करोड़ की 52 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण - शिलान्यास भी किया.

By Prabhat Khabar News Desk | November 12, 2023 3:38 PM

गोरखपुर : रविवार को दिपावाली मनाने अयोध्या से गोरखपुर के वनटांगियां गांव तिकोनिया नंबर तीन पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों को 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का दीपावली गिफ्ट भी दिया. शनिवार को अयोध्या में दीपोत्सव का नया विश्व कीर्तिमान रचने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को करीब डेढ़ दशक पहले खुद द्वारा शुरू की गई परंपरा को अटूट रखते हुए वनवासियों के बीच दीपावली मनाई. कुसम्ही जंगल के तिकोनिया नंबर तीन में वनटांगिया समाज के लोगों के बीच दीपपर्व की खुशियां बांटते हुए मुख्यमंत्री ने वनटांगियों के हक के लिए किए गए संघर्ष को भी याद किया.उन्होंने कहा कि सकारात्मक भाव से किया गया कोई भी संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता है.वनटांगिया समाज के लिए इसी भाव से संघर्ष किया गया था और आज यह सार्थक रूप में दिख रहा है.वंचितों को शासन की सभी सुविधाएं व नागरिक अधिकार मिलना ही सही मायने में दीपावली और रामराज्य जैसा है.

वनटांगिया गांव पहुंचने के बाद सीएम योगी ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों को 153 करोड़ रुपये के कुल 52 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया.इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वनटांगिया गांव में गरीबों के पक्के मकान, पेयजल की सुविधा, बिजली, अच्छे विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र देखकर उन्हें बेहद प्रसन्नता होती है. उन्होंने कहा कि कल अयोध्या के भव्य दीपोत्सव को सभी लोगों ने देखा होगा.जैसे अयोध्या सज संवर रही है, वैसे ही उत्तर प्रदेश, गोरखपुर और वनटांगिया गांव भी सज संवर रहे हैं.

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सीएम योगी ने कहा वंचितों को साथ लेकर चलने वाले का प्रयास होता है फलीभूत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों को दीपपर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दीपावली का पावन पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर, बुराई से अच्छाई, अधर्म से धर्म, नकारात्मकता से सकारात्मकता, अन्याय से न्याय और अकर्मण्यता से कर्मशिलता की ओर ले जाने की प्रेरणा प्रदान करता है.उन्होंने कहा कि कार्य करने का एक जज्बा होना चाहिए.भाव ऐसा होना चाहिए कि हम किसी का अहित किए बिना, अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से जो प्राप्त हो उसे समाज से भी जोड़ें.हर गरीब, वंचित, दीन-दुखी को गले लगाकर, साथ लेकर चलने वाले प्रयास फलीभूत होते हैं.

रामलला के विराजमान होने पर हर घर जलेंगे पांच दीपक

सीएम योगी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सबने बदलते हुए उत्तर प्रदेश और देश को देखा है. उन्होंने कहा कि आज से छह वर्ष पहले क्या कोई सोचता था अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन पाएगा. यह एक सपना था पर, आज राम मंदिर के निर्माण के साथ रामलला के विराजमान होने की तिथि भी तय हो गई.संपूर्ण भारत में ही नहीं, दुनिया के सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए गौरव की अनुभूति कराने वाली है.मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा दायित्व बनता है कि जब रामलला,अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे,तब उस तिथि से एक सप्ताह पहले से ही राम नाम का संकीर्तन और अखंड रामायण के साथ अपने-अपने घरों से जुड़ें. प्रभु रामलला के विराजमान होने के 500 वर्षों की प्रतीक्षा को याद कर अपने-अपने घरों पर पांच-पांच दीपक प्रज्वलित करें.इस संकल्प से व्यवस्था करने में अभी से जुट जाना चाहिए.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला के विराजमान होने का क्षण अद्भुत होगा.संपूर्ण भारतवर्ष के लिए यह दुनिया को बताने का अवसर होगा हम शांति से भी और क्रांति से भी अपने हक को लेने का सामर्थ्य रखते हैं. अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का आंदोलन इसका उदाहरण है.

रामराज्य की भावना से काम कर रही डबल इंजन की सरकार

सीएम योगी ने विकास कार्यों से गोरखपुर में विगत छह सालों में आए बदलाव और इससे पूर्व की स्थिति की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से गोरखपुर विकास की दृष्टि से लगातार उपेक्षित रहा. कुछ लोगों ने तो जानबूझकर इस उपेक्षित किया. पर, आज गोरखपुर में वह सब कुछ है जो गोरखपुर की आवश्यकता है.पहले खुद बीमार रहा मेडिकल कॉलेज स्वस्थ हो गया है तो यहां यहां एम्स भी सेवा दे रहा है.चमचमाती सड़कें, भव्य रामगढ़ताल सबको अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.गोरखपुर का चिड़ियाघर अलग ही आकर्षण पैदा कर रहा है. 

अब भय नहीं, अधिकार की बात करते हैं वनटांगिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि वनटांगिया समाज के लोग पहले भयभीत रहते थे.उन्हें वन विभाग की तरफ से बेदखली, फर्जी एफआईआर, गिरफ्तारी का भय रहता था. पर, डबल इंजन की सरकार में उनका भय समाप्त हो गया। उन्हें अपना अधिकार मिल गया है. वनटांगिया अब भय नहीं अपने अधिकार की बात करते हैं.आज वनटांगिया लोगों के पास भी पक्का मकान, शौचालय, रसोई गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, की सुविधा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ साथ ही उपेक्षित जनजातियों मुसहर, थारू, चेरु, बुक्सा, कोल आदि को भी आवास, बिजली, रसोई, आयुष्मान जैसी सुविधाओं से आच्छादित किया जा रहा है.उपेक्षित लोगों को बुनियादी सुविधाओं का लाभ और उनका अधिकार मिलना ही असली दीपावली है.दीपावली मनाए जाने के महात्म्य क्या वर्णन करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया की प्रभु श्रीराम ने अपने वनवास कालखंड के दौरान ऋषि-मुनियों को अभय प्रदान करते हुए वनवासियों और गिरिवासियों को नकारात्मक ताकतों के खिलाफ खड़ा किया.इन्हें एकजुट करते हुए आर्यावर्त और दुनिया को रावण के आतंक से मुक्त कराया.

दीप जलाकर दीपोत्सव का शुभारंभ

स्टालों का अवलोकन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांव के भ्रमण पर निकले. वह सबसे पहले वनटांगिया समाज के मुखिया राम गणेश के घर पहुंचे। घर के बाहर सजाई रंगोली के बीच दीप प्रज्वलित कर समूचे गांववासियों के लिए दीपोत्सव का शुभारंभ किया. इसके बाद गांव का भ्रमण करते हुए लोगों से मिले और उनका अभिवादन स्वीकार कर उनसे संवाद भी किया। कई बच्चों संग उन्होंने ठिठोली भी की.मुख्यमंत्री ने इस दौरान गांव में स्थित हिन्दू विद्यापीठ के बच्चों से मुलाकात कर मिठाई व अन्य उपहार दिए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से आयुष्मान योजना, कृषि विभाग की योजनाओं, मुख्यमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व मिष्ठान का उपहार देकर सम्मानित किया. इस दौरान आयुष्मान योजना की एक महिला लाभार्थी अपने शिशु को गोद मे लेकर मंच पर पहुंची थी. बच्चों पर स्नेह लुटाने के लिए मशहूर मुख्यमंत्री ने मासूम को अपनी गोद में ले लिया और खूब दुलारकर आशीर्वाद दिया.

अयोध्या दीपोत्सव में शामिल हुए 54 देश के राजनीतिक

अयोध्या में शनिवार को संपूर्ण हुए भव्य दीपोत्सव का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 22 लाख से अधिक दीपकों ने जगमगाते हुए नया विश्व कीर्तिमान बनाया है। 54 देश के राजदूतों व राजनीतिकों ने दीपोत्सव के भाग लेकर पूरे कार्यक्रम को वैश्विक मान्यता प्रदान करने में योगदान दिया है.

रिपोर्ट : कुमार प्रदीप

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